
आकाशीय बिजली से बचेंगी सरकारी बिल्डिंग।
Jhansi News : बारिश के मौसम में बिजली गिरने पर भी अब विद्युत उपकरणों को नुकसान नहीं होगा। उनकी सुरक्षा की गारंटी लाइटनिंग अरेस्टर लेगा। शासन ने ग्राम पंचायत स्तर पर सरकारी भवनों में यह यंत्र लगाने का फरमान सुनाया है। यही नहीं पानी की टंकी पर भी लाइटनिंग अरेस्टर स्थापित किए जाएंगे। यह उपकरण हाई वोल्टेज सीरीज को पावर सिस्टम से जमीन तक भेजकर बिजली से चलने वाले उपकरणों और ट्रांसफार्मर को पूरी तरह से सुरक्षित रखेगा। अपर मुख्य सचिव सुधीर गर्ग ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को शासकीय भवनों के साथ नए बनने वाले भवनों में भी लाइटनिंग अरेस्टर लगाना अनिवार्य कर दिया है।
यह है लाइटनिंग अरेस्टर
लाइटनिंग अरेस्टर में एक स्पार्क गैप होता है, जो नॉन लाइनर रजिस्टर की सीरीज में होता है। इसका एक सिरा उपकरण के टर्मिनल में जुड़ा होता है, जबकि दूसरा सिरा जमीन में रहता है। स्पार्क गैप को इस तरीके से सेट किया जाता है कि नॉर्मल वोल्टेज एआरसी (इलेक्ट्रिक ब्रेकडाउन तोड़ने वाली तकनीक) उत्पन्न होकर उसमें से न गुजर सके, लेकिन वोल्टेज हद से ज्यादा बढ़ जाने पर एयर इन्सुलेशन को ब्रेक करके एआरसी उत्पन्न हो जाए और वोल्टेज जमीन तक जा सके।
ऐसे करता है काम
ओवर वोल्टेज होने पर स्पार्क गैप में एयर इन्सुलेशन टूट जाता है और एआरसी उत्पन्न होने लगती है। इस कारण फॉल्ट को कम रेजिडेन्स वाला रास्ता मिल जाता है और फॉल्ट जमीन में चला जाता है। फॉल्ट को कम रेजिडेन्स वाला रास्ता मिलते ही फॉल्ट लाइन से अलग हो जाता है, जिससे लाइन में लगा उपकरण बच जाता है।
Published on:
02 Jul 2023 08:03 am
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