
केंद्रीय मंत्री उमा भारती के घर के पास चल रहा अनशन, ऐतिहासिक लक्ष्मी तालाब के संरक्षण की हो रही मांग
झांसी. केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद उमा भारती के आवास के पास स्थित ऐतिहासिक लक्ष्मी तालाब के सुन्दरीकरण में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ 5 जून से शुरू हुआ अनशन तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। लक्ष्मी तालाब बचाओ आंदोलन के तहत कई सामाजिक संगठनों के लोगों ने लक्ष्मी तालाब स्थित बाबा के अखाड़ा पर चल रहे अनशन में हिस्सा लिया। अनशन पर बैठे लोगों की मांग है कि पहले लक्ष्मी तालाब के पूरे जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराया जाये फिर सुंदरीकरण का काम शुरू किया जाये।
तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डाॅ सुनील तिवारी ने कहा कि प्रशासन तालाब की जमीन को पूरी तरह अतिमक्रमण मुक्त कराये बिना ही सुंदरीकरण का काम शुरू कर चुका है। इसका मकसद उन लोगों को फायदा पहुँचाना है, जिन्होंने तालाब की जमीन पर कब्ज़ा कर रखा है। सुंदरीकरण का काम शुरू होने से पहले पूरे तालाब के इलाके को अतिक्रमणमुक्त कराया जाना चाहिए।
तालाब के बीच से सीवर लाइन ले जाने का विरोध
इसके साथ ही अनशनकारी तालाब के बीच से सीवर लाइन ले जाए जाने का विरोध कर रहे हैं। साथ अलावा बिना टेंडर के काम शुरू किये जाने का भी विरोध किया जा रहा है जबकि काम शुरू करने से पहले टेक्निकल बिड मंगानी चाहिए थी। दो जेसीबी और 8 ट्रैक्टरों की मदद से सफाई का काम शुरू किया गया है। अनशनकारियो कहना है कि बारिश शुरू होते ही तालाब में पानी भर जाएगा और अधिकारी सफाई के काम को पूरा बताकर धनराशि को हजम कर जायेंगे।
कई संगठनों के लोग हुए अनशन में शामिल
अनशन के तीसरे दिन संयोजक अशोक तिवारी, पूर्व सभासद अरूण द्विवेदी, कलचुरी क्षत्रिय महासंघ के अध्यक्ष अजीत राय, युवा ब्राह्मण महासंघ के अध्यक्ष रवीश त्रिपाठी, जगदीश सिजरिया, शिवकुमार रायकवार, आकाश तिवारी, नगर निगम के पार्षद आशीष रायकवार, लक्ष्मी नारायण वर्मा, लखनलाल पुरोहित सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
Published on:
07 Jun 2018 06:50 pm
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