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Jhansi News : GRP एसपी ने 8 दरोगाओं के ऊपर की कार्रवाई, अब प्रमोशन को तरसेंगे

Jhansi News : झांसी GRP में तैनात 8 दरोगा विवेचना करने में फेल हो गए हैं। उन पर एसपी ने अनुशासनहीनता की कार्रवाई की है।

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एसपी जीआरपी झांसी मोहम्मद मुश्ताक।

Jhansi News : झांसी GRP एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने अपने स्टाफ के ऊपर सख्त कार्रवाई की है। अपराध का शिकार होने वाले पीड़ित को न्याय तभी मिल पाता है। जब मामले में जांच अधिकारी पूरी ईमानदारी और तत्परता से विवेचना करते हुए अपना फर्ज निभाए। लेकिन जीआरपी झांसी में तैनात आधा दर्जन से अधिक उप निरीक्षकों ने अपने फर्ज और कानून दोनों को दरकिनार करते हुए मामलों की जांच को बच्चों का खेल बना दिया। यही कारण रहा कि रेल परिसर और ट्रेन में अपराध का शिकार हुए यात्रियों को न्याय से वंचित रहना पड़ा। मामलों में जांच अधिकारी बनाए गए उप निरीक्षकों ने सोचा था कि वह अपने अधिकारी को गुमराह कर देंगे। लेकिन जीआरपी एसपी मोहम्मद मुश्ताक को वह गुमराह नहीं कर सके। नतीजा यह हुआ कि जांच की आंच में खुद का करियर चौपट कर बैठे हैं। सभी के खिलाफ एसपी ने विभागीय कार्रवाई कर दी है।

एसपी के रडार पर थे उपनिरीक्षक

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा और रेल परिसर में कानून का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही करने का जिम्मा आरपीएफ के साथ ही जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) पर भी होता है। बीते कुछ माह में रेल सम्पत्ति हो या यात्री बड़ी संख्या में अपराध का शिकार हुए हैं। अपराध से पीड़ित यात्रियों के मुकदमे झांसी अनुभाग के जीआरपी थानों में दर्ज किए गए और उनकी विवेचना समय व तत्परता से करने के लिए अधिकारियों ने उप निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी। जब जांच रिपोर्ट न्यायालय में पेश करने का समय आया तो पता चला कि अभी जांच ही पूरी नहीं हुई है। ऐसी घोर लापरवाही करने वाले झांसी जीआरपी अनुभाग के एक दर्जन से अधिक उप निरीक्षक एसपी जीआरपी के रडार पर थे।


लंबे समय तक करेंगे प्रमोशन का इंतजार

बीते दिनों स्टेशन यार्ड में हुए रेप के मामले में झांसी पहुंचे एसपी (जीआरपी) झांसी /आगरा मोहम्मद मुश्ताक ने बताया है कि उन्होंने विवेचना में लापरवाही करने वाले 15 उप निरीक्षक के विरुद्ध जांच सीओ (जीआरपी) मोहम्मद नईम अंसारी को सौंपी है। जांच पूरी होने पर एसपी ने पाया कि 15 में से 8 उप निरीक्षक पुलिसिया कार्यवाही में घोर लापरवाही बरत रहे हैं। 8 उप निरीक्षकों पर दोषी पाए जाने के बाद विभागीय कार्यवाही की गई है। इसके बाद उन्हें पदोन्नति, पदक और अन्य लाभ से लम्बे समय तक वंचित रहना पड़ेगा।


न्याय में जांच अधिकारी की होती है अहम भूमिका

जानकारी देते हुए एसपी जीआरपी मोहम्मद मुश्ताक कहते हैं कि किसी भी शिकायत पर न्याय दिलाने की अहम भूमिका जांच अधिकारी की होती है। लेकिन कुछ ऐसे भी उप निरीक्षक हैं जो लगातार लापरवाही कर रहे हैं। जिन पर विभागीय जांच करवाई तो वे लापरवाह पाए गए। उन पर विभागीय कार्रवाई की गई है।