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Jhansi News : झांसी के इस चौराहे पर किया गया नया प्रयोग, चौकाने वाले नतीजे आए सामने

Jhansi News : झांसी के इलाइट चौराहे पर 8 दिन से ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया था। बिना रुके दौड़े वाहन तो शुद्ध हो गई हवा। 63 प्रतिशत तक कम हो गया इलाइट चौराहा का वायु प्रदूषण। अभी कुछ दिन और रहेगी यही यातायात व्यवस्था।

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झांसी का इलाइट चौराहा।

Jhansi News : झांसी स्मार्ट सिटी बनते ही यहां की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए थे। इलाइट चौराहे पर ट्रायल के तौर पर 8 दिन के लिए बदली गई ट्रैफिक व्यवस्था ने अगर वाहन चालकों को रेड सिग्नल की बाध्यता से मुक्ति दिलाई तो हवा में घुले प्रदूषण के जहर को भी कम कर दिया। पुरानी व्यवस्था के दौरान चौराहे का वायु प्रदूषण 135 एक्यूआई था, जो इन 8 दिनों में घटकर 50 एक्यूआई पर आ गया। वाहन बिना रुके दौड़ते रहे, जिससे यहाँ न जैम लगा, न तपती धूप में लोगों को सिग्नल पर रुकना पड़ा और ईंधन की भी बचत हुई। फिलहाल ट्रायल पूरा हो गया है और अब पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के बाद ही इस चौराहे का भविष्य तय किया जाएगा।


सबसे व्यस्थ चौराहा है

महानगर के सबसे व्यस्त इलाइट चौराहे को ट्रैफिक के दबाव से उबारने और चौराहे का सुंदरीकरण करने के लिए लोक निर्माण विभाग के प्रस्ताव पर इस चौराहे के डाया को 12 मीटर से बढ़ाकर 24 मीटर चौड़ा करने की योजना बनाई गई। इस योजना को ट्रायल के तौर पर 8 दिन के लिए लागू किया गया। इस दौरान चौराहे पर लगे ट्रैफिक सिग्नल बंद कर दिए गए और वाहनों को बेरोकटोक आगे बढ़ाया गया। नई व्यवस्था के सही-गलत का आकलन किया गया।


बेरोकटोक चल रहे वाहन

निर्धारित अवधि 29 मई तक नगर निगम, स्मार्ट सिटी, लोक निर्माण विभाग, पुलिस व यातायात विभाग ने अपना सहयोग देते हुए चौराहे पर यातायात व्यवस्था पर नजर रखी। इस दौरान देखा गया कि बेरोकटोक वाहन चलाने से जहां जाम एक बार भी नहीं लगा, वहीं सिग्नल पर गाड़ियां नहीं रुकने से प्रदूषण पर भी अंकुश लगा। अधिकारियों की मानें तो 22 मई के पहले इलाइट चौराहे पर प्रदूषण 135 एक्यूआई था, वह एक सप्ताह में घट कर महज 50 एक्यूआई हो गया है।


22.50 मीटर चौड़े डाया पर बनी बात

चौराहे के सुंदरीकरण व चौड़ीकरण को लेकर पहले 24 मीटर डाया करने का निर्णय लिया गया और क्रेश बोर्ड को 24 मीटर तय दूरी पर रखा गया। इसके बाद उन्हें 18 मीटर किया गया, बाद में इसे बदल कर 20 मीटर और फिर 22 मीटर किया गया। आखिर में 22.50 मीटर का व्यास बनाकर जब क्रेश बोर्ड रखे गए तो यातायात बेहद सुगमता से चलने लगा। हालांकि अन्य मानकों पर भी किसी प्रकार की विशेष परेशानी नहीं आई। इसलिए अब 22.50 मीटर (लगभग 73 फीट) के व्यास का चौराहा बनाने के निर्णय पर लोक निर्माण विभाग अंतिम फैसला ले सकता है। फिलहाल रहेगी यही व्यवस्था, रिपोर्ट आने पर लिया जाएगा निर्णय 8 दिन से लागू इस व्यवस्था पर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। 22 मई से 29 मई तक ट्रैफिक के इस ट्रायल को लेकर नगर निगम व यातायात विभाग ने पाया कि बिना ट्रैफिक प्रेशर के वाहन सुचारू रूप से चले। अब लोक निर्माण विभाग एक-दो दिन में अपनी रिपोर्ट नगर निगम को सौंप देगा। इसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि ट्रैफिक को पुरानी व्यवस्था से चलाया जाए या फिर वर्तमान में 8 दिन से लागू व्यवस्था से चलाया जाएगा।


इलाइट का होगा सुंदरीकरण

इलाइट चौराहे पर जिस प्रकार से ट्रैफिक का ट्रायल लिया गया, इससे यह तय हो गया कि बिना रोकटोक और बिना सिग्नल के वाहन चालक गाड़ियां चलाने में ज्यादा सहज रहे। वाहन चालकों ने भी इस व्यवस्था को सराहा। लोक निर्माण विभाग ने भी अगर इस पर मोहर लगा दी तो इलाइट चौराहा का डाया चौड़ा करने के साथ इसका सुंदरीकरण भी किया जाएगा।


जरूरत पड़ने पर चालू होंगे सिग्नल

8 दिन के ट्रैफिक ट्रायल में सुचारू चले यातायात से चौराहे के सुंदरीकरण में लगे सभी विभाग संतुष्ट हैं। इसलिए सभी मिलकर चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल से वाहनों को रोकने के पक्ष में नहीं है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो सिग्नल पर रुके बिना ही वाहन आगे बढ़ेंगे। विशेष परिस्थिति में ही इन सिग्नल का उपयोग किया जाएगा।