Jhansi News : हाट के मैदान में दुकान लगाना हुआ महंगा डेढ़ गुना तहबाजारी बढ़ी। सुविधा के नाम पर चौतरफा गंदगी और दलदल।
Jhansi News : बुन्देलखण्ड के प्रसिद्ध नगरा हाट बाजार में जहां सुविधाओं की दरकार बनी हुयी है, तो वहां पर दुकान लगाने के किराए के दाम बढ़कर पहले से डेढ़ गुना हो गए हैं। ऐसे में दुकानदार परेशान तो है, लेकिन वह करें तो क्या करें? जनप्रतिनिधि भी उनकी समस्या में उनके साथ खड़े नहीं हो रहे हैं। नगरा हाट के मैदान का तहबाजारी का ठेका रेलवे द्वारा किया जाता है। पहले यहां पर लगने वाली सब्जी, फल आदि के ठेले और दुकानों से 80 रुपए प्रतिदिन तहबाजारी ली जाती थी, लेकिन माह जुलाई से इसको बढ़ाकर डेढ़ गुना 120 रुपए प्रति कर दिया गया है। इतना ही नहीं मुर्गा-मछली की दुकानों से पहले 250 रुपए प्रतिदिन लिया जाता था अब इसको बढ़ाकर 300 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया है। इसके साथ ही चाय, होटल, गेहूं विक्रेताओं से जगह के हिसाब से तहबाजारी ली जाती है।
लगती है 300 तक दुकाने
यहां पर प्रतिदिन जहां 250 से 300 दुकानें लगती है, तो रविवार वाले दिन इनकी संख्या कई गुना अधिक बढ़ जाती हैं। तहबाजारी के दाम बढ़ने से रोज कमाने और खाने वाले दुकानदार परेशान है, लेकिन उनको यह समझ नहीं आ रहा है कि वह विरोध करें या फिर धंधा।
दुकानदारों में आक्रोश
तहबाजारी बढ़ने से सभी दुकानदारों में आक्रोश है। इस सम्बन्ध में कई दुकानदारों से बात की, लेकिन सभी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अगर वह विरोध करते हैं तो ठेकेदार उनको दुकान नहीं लगाने देगा, जिससे उनका काम-धंधा छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वह आगे आए और उनके साथ हो रहे उत्पीड़न का विरोध करें। साथ ही बताया कि तहबाजारी के दाम तो बढ़ा दिए गए हैं, लेकिन यहां पर सुविधा के नाम गंदगी और दलदल के अलावा कुछ नहीं है।
10 रुपए प्रति बल्ब मिलती है बिजली
दुकानें देर शाम तक खुली रहती हैं। यहां पर शाम को 6.30 बजे जेनरेटर चालू हो जाता है, जो रात 9.30 बजे तक चलता है। इससे कनेक्शन लेने पर एक बल्ब का दुकानदार को 10 रुपए अलग से अदा करना पड़ता है।