UP Weather Update: जून के महीने में झांसी में हुई प्री-मानसून की बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। लेकिन जुलाई में मानसून कमजोर पड़ गया और झांसी का एक बड़ा हिस्सा सूखा रह गया।
UP Weather Update: प्रकृति ने ऐसा ही बर्ताव किया तो गरौठा क्षेत्र पर संकट गहरा सकता है। पिछले कई सालों से यहां बेहद कम बारिश हो रही है तो इस बार भी कुछ ऐसे ही संकेत | मिले हैं। जुलाई के 19 दिन के दरम्यान गरौठा तहसील में सिर्फ 52 मिमी (2.04 इंच) ही बारिश हुई है, जबकि जनपद में इस माह तक 131.77 मिमी (5.18 इंच) औसतन बारिश हो चुकी है। बुन्देलखण्ड में हर 5 साल में 3 बार सूखे जैसे हालात बन जाते हैं। यहां अमूमन 19 जून से मानसून सक्रिय हो जाता है।
जून में हुई सामान्य से ज्यादा
इस बार भी तय अवधि में मानसून ने दस्तक दे दी। इसके बाद कई बार बारिश हुई और माह के अन्त में औसत से अधिक बरसात दर्ज की गई। जून माह में यहां 94.16 मिमी (3.70 इंच) बारिश हो गई। जुलाई माह में भी रुक-रुक कर बरसात होती रही और शुरुआती 19 दिन में जनपद में 131.77 मिमी औसतन बारिश हुई, जिसमें सबसे अधिक 181.06 मिमी (7.12 इंच) बारिश मऊरानीपुर में हुई, जबकि मोठ में 179.02 मिमी (7.04 इंच), टहरौली में 128.30 मिमी (5.05 इंच) व महानगर में 118.46 मिमी (4.66 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई। पर, पिछले 3 साल की तरह गरौठा में इस बार भी बेहद कम बारिश हुई। जुलाई माह में यहां सिर्फ 52 मिमी बारिश ही हुई। पिछले साल भी गरौठा सूखा रह गया था, जिससे अब यह भू-भाग संकट में आ गया है।
जुलाई में तहसीलवार बारिश
झांसी सदर : 118.46 मिमी (4.66 इंच) मोठ: 179.02 मिमी (7.04 इंच) मऊरानीपुर : 181.06 मिमी (7.12 इंच) गरौठा : 52 मिमी (2.04 इंच) टहरौली : 128.30 मिमी (5.05 इंच)