10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बुंदेलखंड में पानी की समस्या को दूर करने के लिए अपनाया गया ये टोना-टोटका

-बुंदेलखंड में सूखा, इंसान से लेकर जानवर तक सब हैं बेहाल

3 min read
Google source verification

झांसी

image

Ruchi Sharma

Jun 07, 2019

water crisis

बुंदेलखंड में पानी की समस्या को दूर करने के लिए अपनाया गया ये टोना-टोटका, तुरंत हो गई बारिश

झांसी. भीषण गर्मी ने बुंदेलखंड का बुरा हाल कर रखा है। यहां पर 47-48 डिग्री को छू रहे पारे के बीच पानी का जबरदस्त संकट पैदा हो गया है। भूगर्भ जल स्तर लगातार नीचे जाने से कुएं और हैंडपंपों ने जवाब दे दिया है। तालाबों में भी पानी नहीं बचा है। खेती-किसानी का हाल तो बुरा था ही और अब इंसानों से लेकर जानवर तक सब पानी के लिए बेहाल हैं। ऐसे में जलसंकट से जूझ रहे इलाकों में टैंकरों से जलापूर्ति की व्यवस्था की गई है। वहीं, जानवरों के लिए भी पानी का इंतजाम करना प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर पानी मुहैया कराने की कोशिशें चल रही हैं, इसके बावजूद सूखे के हालात देखते हुए बुंदेलखंड से लोगों का पलायन लगातार जारी है।

यह भी पढ़ें- घर से निकल रहे हैं तो हो जाएं सावधान, मौसम विभाग ने ये ऐलान करते हुए किया सतर्क-

झांसी में अफसरों को अल्टीमेटम

सूखे के हालात की स्थिति को समझने के लिए अगर अकेले झांसी को बानगी के रूप में लें तो स्थिति बेहद चिंताजनक नजर आती है। क्या शहर और क्या गांव, सभी जगह पानी के लिए मारामारी मची हुई है। पिछले दिनों जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने झांसी शहर के ही मैला की टौरिया, मसीहागंज और लहरगिर्द समेत अनेक क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पेयजल आपूर्ति की स्थिति की जानकारी ली। स्थिति खराब नजर आने पर जिलाधिकारी ने जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता को टैंकर से जलापूर्ति के लिए टैंकरों के फेरे बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने हर हाल में जल्द से जल्द समस्या हल कराने को कहा। उधर, मसीहागंज में भी पानी की समस्या ज्यादा होने पर डीएम ने जलसंस्थान के अधिकारियों को स्थिति में सुधार लाने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जेई समय से अपने क्षेत्र में भ्रमण करें और पेयजलापूर्ति पर सतत निगाह बनाए रखें।

यह भी पढ़ें- मौत की आंधी ने उत्तर प्रदेश में बरपाया कहर, 15 लोगों की ले ली जान, सीएम योगी ने तत्काल मदद के दिए निर्देश

हर इलाके में हैं सूखे के हालात

यहां बुंदेलखंड में झांसी, ललितपुर, जालौन, बांदा, हमीरपुर, महोबा व चित्रकूट जिले शामिल हैं। वैसे भी ये इलाके लंबे समय से सूखे की चपेट में रहे हैं। इस बार फिर यहां के लोग पानी की तलाश में भटक रहे हैं। कहीं मीलों का सफर तय करना पड़ रहा है, तो कहीं लोग पलायन करने को मजबूर हैं। ऐसे में जिसे जहां भी पानी दिखता है वो उस पानी को अपने बर्तनों में भरने के लिए जद्दोजहद करने लगता है। जिन इलाकों में टैंकरों से जलापूर्ति हो रही हैं, वहां लोग पानी का टैंकर देखते ही दौड़ लगा देते हैं।

यह भी पढ़ें- हार्ट के मरीजों के लिए अच्छी खबर, नहीं करना पड़ेगा सर्जरी, कम पैसे में मिलेगा फायदा

अच्छी बारिश के लिए हुई टोने-टोटकों की शुरुआत

जलसंकट से जूझ रहे बुंदेलखंड के लोगों ने इस बार अच्छी बारिश के लिए टोने-टोटकों की शुरूआत कर दी है। बुंदेलखंड के महोबा जिले में भगवान को प्रसन्न करने के लिए ग्रामीणों ने अनूठी युक्ति अपनाते हुए गुड्डा-गुड़िया का विवाह रचाया। पूरे विधि विधान के साथ सम्पूर्ण वैवाहिक रस्मों को सम्पन्न कराने बाद ग्रामीणों ने जल देवता से जम कर बारिश करने के लिये प्रार्थना भी की। ऐसी मान्यता है कि इस प्रकार के टोटके से जल देवता प्रसन्न होकर भरपूर जल वर्षा करते हैं। इसके साथ ही प्रकृति व पुरुष को नव जीवन देकर आनंदित कर देते हैं।