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पहले दो बच्चों की मां से शादी करवादी, फिर युवक को पंजाब में बुलाकर गायब करवा दिया

होने वाली बहू का नाम सोमारानी (प्रीति) बताया। वर्ष 2019 में रसूलपुर के लील्लू यादव के घर शादी करवा दी। शादी वाले दिन ही दलीप ने उससे ढाई लाख रुपए ले लिए थे। बहु पूहानियां में रहने लगी। इसी दौरान उन्हें मालूम हुआ की प्रीति पंजाब की रहने वाली है जो पहले से ही शादीशुदा है तथा 2 बच्चों की मां भी है। 2020 में बहु प्रीति अपने मूल गांव अबोहर फाजिल्का उन्हे बिना बताए 2 लाख रुपए व सोने के गहने लेकर गायब हो गई।

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दर-दर भटक रही मां
खेतड़ीनगर. राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पूहानिया गांव में शादी करवाने वाले गिरोह ने पहले पंजाब निवासी दो बच्चों की मां से युवक की शादी करवा दी। इसके बाद दुल्हन पंजाब भाग गई। अब दुल्हन को लेने गए युवक का ग्यारह माह से कोई सुराग नहीं है। बेटे का सुराग लगवाने तथा आरोपियों को सजा दिलाने के लिए मां दर-दर भटक रही है।
पिस्ता देवी पत्नी सुभाष यादव निवासी पुहानियां ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि गांव के ही शादी करवाने वाले दलीप यादव ने उसके बेटे सतीश की शादी रसूलपुर (पचेरी) में करवाने का षडय़ंत्र रचा। इसके लिए उसने लीलाधर यादव, उसकी पत्नी गीता देवी निवासी रसूलपुर तथा जगदेव सिंह निवासी सांतौर के विश्वास में आकर बेटे की शादी के लिए हां कर दी। दलिप ने होने वाली बहू का नाम सोमारानी (प्रीति) बताया। वर्ष 2019 में रसूलपुर के लील्लू यादव के घर शादी करवा दी। शादी वाले दिन ही दलीप ने उससे ढाई लाख रुपए ले लिए थे। बहु पूहानियां में रहने लगी। इसी दौरान उन्हें मालूम हुआ की प्रीति पंजाब की रहने वाली है जो पहले से ही शादीशुदा है तथा 2 बच्चों की मां भी है। 2020 में बहु प्रीति अपने मूल गांव अबोहर फाजिल्का उन्हे बिना बताए 2 लाख रुपए व सोने के गहने लेकर गायब हो गई। कुछ दिन बाद प्रीति के पहले पति राजेंद्र उर्फ राजू के फोन से सतीश के पास फोन आने लगे। वह जान से मारने की धमकी देने लगा। जुलाई 2020 में प्रीति ने सतीश को फोन पर आने के लिए भावनात्मक रूप से विवश कर दिया। उसका बहू पर विश्वास नहीं था उसने बेटे को पंजाब जाने से मना भी किया। लेकिन बेटा उसकी बहू के जाल में फंस कर 9 अगस्त 2020 को 1500 रूपए लेकर चला गया। 19 अगस्त को बेटे का फोन आया कि उसका फोन छीन लिया व बड़े जाल में फंसा दिया है। तब से उसके बेटे की कोई जानकारी नहीं है। इसके कुछ दिनों बाद बहू का फोन आया उसने एक लाख रुपए मांगे तथा कहा कि रुपए देने के बाद सतीश का पता बता दूंगी। बेटे को ढूंढने के लिए दलाल दलिप को भी कहा, लेकिन उसने भी कोई मदद नहीं की। उसके बाद बहू ने भी फोन उठाना बंद कर दिया। 11 माह बीतने के बाद उसके बेटे का कोई सुराग नहीं है। रिपोर्ट में आशंका जताई की उसके बेटे को षडयंत्र पूर्वक इस पूरे गिरोह ने गायब कर के मरवा दिया है। इसमें प्रीति का पिता बलदेव सिंह भी षड्यंत्र में शामिल है। पीडि़त महिला ने जिला पुलिस अधीक्षक को गुहार लगाई तब मामला दर्ज हुआ है।