नगर परिषद के अधिकारियों की मानें तो गुरुवार को जारी की गई रैंकिंग के लिए सर्वेक्षण जनवरी 2020 में हुआ था। दिल्ली की टीम झुंझुनूं शहर की साफ-सफाई देखने पहुंची थी।
फिर कैसे चुके, किसी को नहीं पता
-नगर परिषद ने साफ-सफाई पर भारी बजट खर्च करने का दावा
-प्रचार-प्रसार भी खुब किया गया
-सफाई कर्मचारियों की कमी नहीं
-डोर-टू-डोर कचरा उठाया गया, बेहतर कचरा प्रबंधन का दावा
-कचरा प्रबंधन को लेकर भी रणनीति बनी
-शहर को स्मार्ट बनाने के प्रोजेक्टों पर फोक्स करने का दावा
———————–
नगर परिषद में नए बोर्ड गठन के बाद सफाई टेंडर प्रक्रियां में अनियमितता के आरोप लग चुके हैं। परिषद की सफाई समिति की अध्यक्ष व पार्षद ने सभापति व परिषद अधिकारियों पर सफाई टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाते हुए स्वायत शासन विभाग की निदेशक को पत्र लिख चुकी हैं।
झुंझुनूं शहर के अनेक हिस्से ऐसे हैं जहां पर कचरे के ढेर लगे हैं। जगह-जगह सड़कों पर फैला कचरा और उसमें मुंह मारते पशु आपको आसानी से नजर आ जाएंगे।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंकिंग में झुंझुनूं 253वें स्थान पर रहा है। सर्वे जनवरी 2020 में दिल्ली की टीम ने किया था। पिछली बार झुंझुनूं 245वें स्थान पर था।
राहुल भाटिया, प्रभारी, स्वच्छ भारत मिशन, नगर परिषद (झुंझुनूं)