
देश की 23 आईआईटी की कुल 17760 सीटों के लिए इस वर्ष 2024 जोसा की ओर से ज्वॉइंट काउंसलिंग करवाई गई। काउंसलिंग के पांचों राउण्ड समाप्त होने के बाद जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष भी स्टूडेंट्स में कप्यूटर साइंस ब्रांच का क्रेज बरकरार रहा। टॉपर्स की पहली च्वॉइस के रूप में शीर्ष आईआईटी की कप्यूटर साइंस ब्रांच ही रही। इस वर्ष टॉप 9 आईआईटी ने कप्यूटर साइंस ब्रांच की ओपन से जेंडर न्यूट्रल पूल से क्लोजिंग एआईआर 1071 रही, जिसमें सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ब्रांच आईआईटी मुबई की कप्यूटर साइंस रही। इसकी सभी सीटें अखिल भारतीय स्तर पर ओपन से टॉप 68 रैंक तक रहने वाले स्टूडेंट्स ने प्रवेश लेकर भर दी। वहीं, दूसरे नबर पर आईआईटी दिल्ली रही, जिसमें टॉप 116 रैंक तक आने वाले स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया। तीसरे नबर पर आईआईटी मद्रास में टॉप 159, कानपुर में 252, खड़गपुर में 415 तथा रुड़की में 481, गुवाहाटी में 623, हैदराबाद में 656, बीएचयू वाराणसी में सीएस ब्रांच में टॉप 1071 रैंक तक के स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया। सभी 23 आईआईटी में कप्यूटर साइंस ब्रांच में प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स की स्थिति देखें तो इस ब्रांच में ओपन से जेंडर न्यूट्रल पूल से 6516 रैंक पर आईआईटी में अंतिम प्रवेश मिल सका। यह प्रवेश भिलाई में लिया गया। ओपन से ही फीमेल पूल कोटे में 12108 रैंक पर आईआईटी भिलाई में कप्यूटर साइंस ब्रांच का आवंटन हुआ।
कॅरिअर काउंसलिंग एक्सपर्ट ने बताया कि स्टूडेंट्स ने कंप्यूटर साइंस ब्रांच का चयन करने का प्रमुख कारण सीएस के बढ़ते स्कोप के साथ बड़े पैकेज पर अच्छी कंपनियों में नौकरियों का मिल जाना है। इस ब्रांच में स्टूडेंट्स भविष्य में आगे की पढ़ाई के लिए भी देश-विदेश में अच्छे विकल्पों को चुन लेते हैं। विदेशी श्रेष्ठ संस्थानों में भी सीएस के स्टूडेंट्स को चयन में प्राथमिकता मिल जाती है। स्टूडेंट्स कंप्यूटर साइंस ब्रांच के साथ वेब डवलपर, सॉटवेयर टेस्टिंग, डाटाबेस एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, सिस्टम डिजाइनर एवं नेटवर्किंग इंजीनियरिंग आदि क्षेत्रों में कॅरियर बना रहे हैं।
Published on:
24 Jul 2024 12:57 pm
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