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झुंझुनूं से जयपुर के बीच दो ट्रेन और चलाओ

जयपुर के लिए ऐसे तो चार ट्रेन और हैं, लेकिन चारों ही नियमित नहीं है। सादुलपुर-जयपुर नियमित नहीं है। दुरंतो में जयपुर का किराया आम यात्री की जेब के अनुरूप नहीं है। हिसार-कोटा और बीकानेर-प्रयागराज ट्रेन भी नियमित नहीं चल रही।

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झुंझुनूं से जयपुर के बीच दो ट्रेन और चलाओ

झुंझुनूं से जयपुर के बीच दो ट्रेन और चलाओ

Run two more trains between jhunjhunu to jaipur
झुंझुनूं. राजधानी जयपुर के लिए जिला मुख्यालय से मात्र दो नियमित ट्रेन है। दोनों का ही समय यात्रियों की सुविधा के अनुरूप नहीं है।

अब केन्द्रीय बजट में दो सुपरफास्ट ट्रेन मिल जाए तो लोगों को सड़क मार्ग से महंगा व जोखिमभरा सफर नहीं करना पड़े। पहली ट्रेन (सैनिक एक्सप्रेस) सुबह चार बजकर चालीस मिनट पर है। व्यक्ति साढ़े तीन बजे के लगभग जगे तब नहा धोकर इस ट्रेन में बैठ सकता है। दूसरी ट्रेन लोहारू से जयपुर के बीच डेमू चलती है। यह झुंझुनूं से दोपहर साढ़े बारह बजे रवाना होती है। शाम छह बजकर पांच मिनट पर जयपुर पहुंचती है। यात्री का दिन का पूरा समय ट्रेन में ही बीत जाता है। ऐसे में सुबह छह-सात बजे के लगभग नियमित सुपरफास्ट ट्रेन चले तो यात्रियों का फायदा हो सकता है।

चार ट्रेन नियमित नहीं

जयपुर के लिए ऐसे तो चार ट्रेन और हैं, लेकिन चारों ही नियमित नहीं है। सादुलपुर-जयपुर नियमित नहीं है। दुरंतो में जयपुर का किराया आम यात्री की जेब के अनुरूप नहीं है। हिसार-कोटा और बीकानेर-प्रयागराज ट्रेन भी नियमित नहीं चल रही।

सुपरफास्ट से समय बचेगा

जयपुर के लिए अभी नियमित रेल की संख्या कम है। बजट में और ज्यादा रेल मिलनी चाहिए। ताकि आम यात्री को सुविधा मिले। ट्रेन सुपर फास्ट हो तो लोगों का समय भी बचे। अभी यात्रियों को सड़क मार्ग से जोखिम भरा सफर करना पड़ रहा है।

शशि मोरोलिया, झुंझुनूं

एक ट्रेन का समय सुबह छह या सात बजे के लगभग हो। ताकि ऑफिस वाले भी नौ बजे जयपुर पहुंचकर ड्यूटी कर सकें। दूसरी ट्रेन शाम छह बजे के बाद हो ताकि झुंझुनूं से कोई ड्यूटी कर जयपुर जाना चाहे तो आसानी से जा सके।

शिखा कुमावत, झुंझुनूं