
Medical staff and Anganwadi workers
देश में तेजी से फैल रही महामारी को लेकर केन्द्र सरकार से लेकर राज्य सरकार की तरफ से लगातार बैठकें ली जा रही है और कोविड-19 को रोकने के साथ प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाने के नए कदम उठाये जा रहे है। अभी हाल ही में प्रधान मंत्री मोदी के द्वारा कोरोना महामारी से लड़ने वाले संसाधनों को लेकर चर्चा हुई थी। जिसमें यह फैसला लिया गया था कि अब एमबीबीएस छात्रों को कोरोना के इलाज में ड्यूटी लगाए जाएगी, और इसके लिए उन्हें अलग से इंसेंटिव दिया जाएगा। इस फैसले को जारी करने के बाद अब योगी सरकार ने भी कोविड-19 को रोकने के लिए कुछ निर्देश जारी किए है
योगी सरकार ने कोरोना वेरियर्स के लिए भी एक बड़ा काम किया है जिसमें उन्होनें अस्पतालों में काम कर रहे डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के वेतन में 25% की वृद्धि करने का फैसला लिया है। इसके अलावा इसका लाभ स्वास्थ्य कर्मी, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी देने का फैसला किया है। इन्हें भी अतिरिक्त वेतन प्रदान करने की घोषणा की गई है।
कमांड सेंटर को सभी जिलों में और प्रभावी बनाया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे कर्मचारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे लोग कोविड इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में भर्ती मरीज के साश साथ उनके परिजनों के साथ संवेदनशील व्यवहार करें। हमारा सहयोगपूर्ण रवैया परिजन के लिए इस आपदाकाल में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। यदि कोई व्यक्ति किसी मरीज़ के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की रीफिलिंग के लिए जा रहा है तो उसका इस काम के लिए पूर्ण सहयोग करे उसे रोका न जाए। कोविड प्रबंधन में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की भूमिका रीढ़ की तरह है। सभी जिलों में इसे और प्रभावी बनाने की जरूरत है।
Published on:
04 May 2021 03:37 pm
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