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परिणामों में नॉर्मलाइजेशन को लेकर अभ्यर्थियों के मन में संशय बना हुआ है। देखा जाए तो यह प्रक्रिया सही भी है। लेकिन कुछ जगहों पर यह गलत भी साबित हो रही है। कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने परीक्षा में इस प्रक्रिया के तहत 100 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। ऐसे अभ्यर्थी की अंकतालिका सोशल मीडिया पर तेजी से वाइरल हो रही है। परिणाम बहुत ही चौंकाने वाले साबित हुए हैं। जिन अभ्यर्थियों के 46 प्रतिशत अंक का अनुमान लगाया गया था उन्हें 70 से ऊपर अंक मिले हैं , और जिन्हे 70 अंक मिले थे वे नॉर्मलाइजेशन में कुछ नहीं मिला। देखा जाए तो ग्रुप डी की फाइनल उत्तर कुंजी भी जारी नहीं की गई थी। अभ्यर्थियों को उनके अंक भी नॉर्मलाइजेशन से पहले नहीं दिखाए गए थे।
हम आपको जिस अभ्यर्थी के बारे में बता रहें है उसका नाम है रविंद्र सिंह और चंडीगढ़ बोर्ड से परीक्षा दी थी। अगर आप परिणाम देखते हैं तो जन्म तिथि के साथ ही रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करने होंगे। डिटेल्स भरने के बाद परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा, जिसकी फोटो खबर में दी गई है। 109 मार्क्स हासिल करने की यह तस्वीर पूरी प्रामाणिक है, कोई भी इसकी जांच कर सकता है।
आधिकारिक वेबसाइट पर रेलवे मिनिस्ट्री की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई है। जिसमें 100 से ज्यादा आए रिजल्ट को सही बताया गया है। प्रेस रिलीज के अनुसार रिजल्ट में नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया है। इसके हिसाब से गणना करने पर रिजल्ट कुल अंको से ज्यादा भी हो सकता है। रेलवे मिनिस्ट्री ने साफ किया है कि इस प्रक्रिया का इस्तेमाल पिछले 19 सालों से किया जा रहा है।