थानाधिकारी प्रेमदान रतनू ने बताया कि मूलत: नागौर जिले में डेगाना थानान्तर्गतचुई गांव हाल रामदेव नगर निवासी खींयाराम जाट 12वीं बटालियन आरएसी में है और दिल्ली में पदस्थापित है। वो परिवार सहित दिल्ली में रहते हैं। मकान की सार संभाल करने वाले मुकेश कुमार शर्मा राखी पर जयपुर चले गए थे। मकान में कोई नहीं था। 22 अगस्त को खींयाराम दिल्ली से और मुकेश जयपुर से साथ-साथ जोधपुर आए थे। वे सीधे रेलवे पार्सल गोदाम गए थे, जहां से खींयाराम ने अपने बेटे की बाइक छुड़ाई थी। खींयाराम को दिल्ली लौटना था।मुकेश बाइक लेकर घर गए थे। तब उन्हें मकान में चोरी का पता लगा था। दिल्ली यात्रा निरस्त कर खींयाराम घर लौटा तो सामान बिखरा पड़ा था। सोने का नेकलेस और कान व हाथ के जेवर गायब थे। खाली डिब्बा पड़ा था। अन्य कीमती सामान भी गायब था।
पुलिस ने 26 अगस्त को चोरी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी पहलूओं से जांच करने पर गाजियाबाद निवासी फिरोज खान की भूमिका संदिग्ध पाई गई। उसे नामजद कर तलाश शुरू की गई। एएसआइपरसाराम के नेतृत्व में पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश देकर यूपी में गाजियाबाद निवासी फिरोज खान (27) पुत्र बाबूदीन को गिरफ्तार किया। उससे जेवर बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ में सामने आया कि उसने दिन में रैकी की थी। तब मकान पर ताला लगा नजर आया था। तब रात को उसने चोरी की थी।
पुलिस का कहना है कि आरोपी काफी शातिर बदमाश है। वह नकबजनी के एक अन्य मामले में बनाड़ थाने में गिरफ्तार हो चुका है। इतना ही नहीं, उसके खिलाफ गाजियाबाद व जयपुर के विभिन्न थानोंं में नकबजनी व झगड़े के दस मामले दर्ज हो रखे हैं।