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इनके जोश के आगे उम्र भी घुटने टेक देती है, 10 हजार किमी भारत भ्रमण पर निकले

उम्र सिर्फ एक नम्बर है, इसका हमारी दिनचर्या पर कोई फर्क नहीं पड़ सकता है। अगर हमारा दिमाग और शरीर ठान ले तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। ऐसा ही कुछ किया है जोधपुर के सिंघवी दम्पती ने।

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इनके जोश के आगे उम्र भी घुटने टेक देती है, 10 हजार किमी भारत भ्रमण पर निकले

इनके जोश के आगे उम्र भी घुटने टेक देती है, 10 हजार किमी भारत भ्रमण पर निकले


उम्र सिर्फ एक नम्बर है, इसका हमारी दिनचर्या पर कोई फर्क नहीं पड़ सकता है। अगर हमारा दिमाग और शरीर ठान ले तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। ऐसा ही कुछ किया है जोधपुर के सिंघवी दम्पती ने। ट्रैवलिंग के शौकीन ये बुजुर्ग दम्पती अपनी ही गाड़ी से देश भ्रमण पर निकल गए हैं। 10 हजार किमी से भी ज्यादा अपनी गाड़ी से सफर करेंगे और देश के अलग-अलग प्रदेशों की संस्कृति को नजदीक से जानेंगे।

शहर के अकाउंट्स व टैक्स प्रेक्टिशनर्स ओमप्रकाश सिंघवी (63) और उनकी नीता सिंघवी ट्रैवलिंग के शौकीन हैं। कोविड दौर से पहले वे 27 देशों का दौरा कर चुके हैं। लेकिन कोविड के दो साल में उनके कई विदेशी दौरे कैंसल हो गए।

अपने जीवन को खुल कर जीने वाले और हर पल एन्जॉय करने वाले सिंघवी दम्पती ने सोचा कि क्यों न हमारे देश को कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक एक्सप्लोर किया जाएगा। इसी थीम पर उन्होंने 30 दिन ही अपनी यात्रा अपनी ही कार से शुरू की। वो एक माह के समय में 10 हजार किमी से ज्यादा की यात्रा करेंगे। खास बात यह है कि वे अपनी कार खुद ही ड्राइव कर रहे हैं और उम्र की बाधा को पीछे छोड़ चुके हैं। उन्होंने 11 मार्च को अपनी यात्रा जोधपुर से शुरू की थी। 10 अप्रेल को कन्याकुमारी से कश्मीर का सफर पूरा कर जोधपुर पहुंचेंगे। इस दौरान वे देश के 15 प्रदेशों से गुजरे हैं और वहां की संस्कृति से रूबरू हुए।

इनके पुत्र रौकन सिंघवी बताते हैं कि माता-पिता को शुरू से ही ट्रैवलिंग का शौक है। अपने प्रोफेशन के साथ शौक पूरा करना भी जीवन का हिस्सा मानते हैं, यह मानसिक रूप से स्वस्थ रहने का एक कारण भी है।