जोधपुर।
घूमने के लिए कायलाना झील (Kayalana Lake) आया वायुसेना का एक सार्जेन्ट (an air force sergeant drowned in lake) नहाने के दौरान रविवार देर शाम डूब गया। गोताखोरों ने दो किमी तलाश के बाद उसे बाहर निकाला व सीपीआर भी दी, लेकिन जान नहीं बच पाई।राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने शव मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
थानाधिकारी अनिल यादव ने बताया कि बालसमन्द में वायुसेना स्टेशन से तीन अधिकारी-जवान घूमने के लिए देर शाम कायलाना झील आए थे। वे दरबार की कोठी की तरफ झील के किनारे की दीवार पर बैठे थे। इस दौरान सार्जेन्ट दीपक बोहरा ने कपड़े उतारे और नहाने के लिए झील की तरफ चला गया। इस दौरान वह गहरे पानी में जा पहुंचा और डूब गया। उसके नजर न आने पर सेना के दोनों साथी घबरा गए। वे झील के किनारे पहुंचे और बचाने का प्रयास करने लगे।
इतने में गोताखोर भरत चौधरी वहां पहुंचा और पानी में उतरकर तलाश के प्रयास शुरू किए। बाद में गणेश, अशोकसिंह, रामू व शंकर भी वहां आ गए और तलाश में जुट गए। करीब 15-20 मिनट बाद दो किमी दूरी पर दीपक को ढूंढ निकाला गया। रस्सी की मदद से उसे बाहर लाया गया। झील के किनारे ही सार्जेन्ट को सीपीआर दी गई।कायलाना चौकी प्रभारी एसआइ गणपतसिंह भी मौके पर आए और गंभीर हालत में सार्जेन्ट को चौपासनी रोड पर निजी अस्पताल भेजा गया। फिर उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर किया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। वायुसेना के अधिकारियों को सूचित किया गया है।
अधिक गहराई व दूरी की वजह से गई जान
गोताखोरों का कहना है कि सार्जेन्ट के गायब होने का पता लगते ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया था, लेकिन जवान अधिक गहराई में पहुंच गया था। दूरी भी अधिक थी। उसे बाहर लाया गया, लेकिन तब तक पानी अंदर जाने से मौत हो गई।