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पुराने वाहन खरीदने है तो सावधान : नाकारा वाहनों के नम्बर लिख बेच रहे चोरी के वाहन

- चोरी के दुपहिया वाहन बेचने के लिए गिरोह ने निकाला नया तरीका- स्मैक के आदी युवक बाइक-मोपेड चुराकर औने पौने दाम में बेच रहे

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पुराने वाहन खरीदने है तो सावधान : नाकारा वाहनों के नम्बर लिख बेच रहे चोरी के वाहन

पुराने वाहन खरीदने है तो सावधान : नाकारा वाहनों के नम्बर लिख बेच रहे चोरी के वाहन

जोधपुर।
यदि आप पुराने दुपहिया वाहन खरीदने जा रहे हैं तो पूरी तरह सावधानी बरतें, क्योंकि बदमाश गिरोहों ने चोरी के वाहन ऊंचे दाम पर बेचने और पुलिस से बचने के लिए नया तरीका निकाला है। कण्डम (नाकारा) या चलन से बाहर व कबाड़ में बिक चुके वाहनों के रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखकर चोरी के दुपहिया वाहन बेचे जा रहे हैं। जो वाहन के मूल इंजन व चैसिस नंबर घिसकर उनकी जगह नए नम्बर पंच करते हैं और उसी के अनुरूप पंजीयन नम्बर भी लिख देते हैं। माता का थान थाना पुलिस की गिरफ्त में आए वाहनों के दो मैकेनिक से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है।
कबाड़ में टूटने वाले वाहनों के नम्बर का दुरुपयोग
माता का थान थाना पुलिस ने मगरा पूंजला में अन्ना सागर गली-1 निवासी चमनलाल माली व भदवासिया में 80 फुट रोड पर गांधी नगर निवासी भागीरथ उर्फ भरत प्रजापत को गिरफ्तार किया है। जो पेशे से वाहन मैकेनिक हैं, लेकिन यह आरोपी चोरी की बाइक व मोपेड खरीदते हैं। उनके इंजन-चैसिस नम्बर घिस या टैम्पर कर देते हैं। इनके पास कबाड़ में टूट चुके वाहनों के पंजीयन नम्बर के अलावा इंजन व चैसिस नम्बर होते हैं। जो चोरी के वाहनों पर लगा देते हैं। फिर उन्हें ऊंचे दाम पर बेच देते हैं। फर्जी इंजन-चैसिस नम्बर लिखने के लिए आरोपियों के पास अंग्रेजी वर्ण माला के अक्षर के सांचे होते हैं। जिनसे पंच करके नए नम्बर बना देते हैं।
स्मैक के लिए चुराकर बेच रहा वाहन
सहायक पुलिस आयुक्त (मण्डोर) राजेन्द्र प्रसाद दिवाकर ने बताया कि दोनों मैकेनिक बासनी क्षेत्र में रहने वाले एक बदमाश से चोरी के वाहन खरीदते हैं। वाहन चोरी करने वाला युवक अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। जो स्मैक का आदी बताया जाता है। स्मैक की तलब पूरी करने के लिए वह वाहन चुराकर दोनों मैकेनिक को बेचता आया है।