
कल दोपहर 12.33 बजे हुई थी आखिरी सुनवाई, न्यायाधीश ने कहा अब राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन में मिलेंगे
जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट के हेरिटेज भवन में कोर्ट कार्यवाही के अंतिम दिन कोर्ट संख्या-एक में आखिरी केस की सुनवाई जैसे ही 12.33 बजे खत्म हुई, मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति ने उपस्थित अधिवक्ताओं से मुखातिब होते हुए कहा-अब नए भवन में मिलेंगे। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश सहित सभी न्यायाधीश कोर्ट कोरिडोर मेें अधिवक्ताओं के बीच से गुजरते हुए मुख्य द्वार के बाहर बरामदे में पहुंचे। न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं की मौजूदगी में हेरिटेज भवन से विदा लेने के मौके पर हर कोई भावुक हो गया। कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं कीआंखें नम हो गई। इसके बाद न्यायाधीशों का अधिवक्ताओं के साथ समूह फोटो सेशन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देखते ही देखते सेल्फी उत्सव में तब्दील हो गया। यह उत्सव कई घंटों तक चलता रहा।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए मुख्य न्यायाधीश महांति ने कहा कि हेरिटेज इमारत हमेशा हमारे लिए ऐतिहासिक और प्रेरक रहेगी। हम इसे छोडकऱ नहीं जा रहे, बल्कि हम प्रेरणा लेने के लिए यहां आते रहेंगे। नई इमारत को भव्यता के लिहाज से हम अभी ऐतिहासिक नहीं कह सकते, बल्कि हमें यहां न्याय दिलाने की मिसाल कायम करके इसे ऐतिहासिक साबित करना है। उन्होंने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि अधिवक्ता, जज और न्याय व्यवस्था से जुड़े सभी साथी अपने दायित्व को और बखूबी निभाएंगे। हम सब न्यायिक तंत्र के सदस्य है। काला कोट मैं पहले भी पहनता था और अब भी, लेकिन अब भूमिका बदल गई है, लेकिन हमारा लक्ष्य फरियादी को राहत पहुंचाना होना चाहिए। न्यायाधीशों की नियुक्ति के सवाल पर मुख्य न्यायाधीश बोले कि उम्मीद की जानी चाहिए।
न्यायाधीश बोले...
मेरा इस हेरिटेज न्यायालय भवन से 35 सालों का संबंध है। बतौर न्यायाधीश भी मैंने इस भवन में अपनी लंबी सेवाएं दी हैं। इस कर्मस्थल को छोडकऱ नए भवन में जाना मेरे लिए भावनात्मक क्षण है। लेकिन यह प्रकृति का नियम है कि बेहतर के लिए हमें आगे बढऩा पड़ता है। यह भवन हमारी स्मृतियों में कायम रहेगा। यहीं से जीवन का एक अध्याय शुरू हुआ था। जो हासिल किया, यहीं किया। वरिष्ठ अधिवक्ताओं व बुजुर्गों का आशीर्वाद मिला। नए भवन में न्यायिक व्यवस्था को और प्रभावी बनाने का प्रयास करेंगे।
-संगीत लोढ़ा, वरिष्ठ न्यायाधीश
आज वह अनोखा दिन है, जब मन खुशी से भरा हुआ है। लेकिन साथ में एक आंसू इस बात का भी है कि जिस हेरिटेज भवन के प्रांगण से हम सब उठकर खड़े हुए हैं, चाहे हम वकील हैं, चाहे हम जज हैं, चाहे हम किसी भी फील्ड के हों, हमारे कण-कण में इस प्रांगण की मिट्टी समाई हुई है। मैं इस मंदिर स्वरूप प्रांगण को प्रणाम करता हूं और उससे आशीर्वाद मांगता हूं कि नए भवन में हम राजस्थान को भव्य न्यायिक व्यवस्था प्रदान कर सकें।
-डा.पुष्पेंंद्रसिंह भाटी, न्यायाधीश
मैं मानता हूं कि आज इस हेरिटेज प्रांगण में जो लोग मौजूद हैं और नवीन भवन में शिफ्टिंग की कवायद के साक्षी हैं, वो बहुत सौभाग्यशाली हैं, क्योंकि यह एक ऐसा अवसर है जो किसी के भी जीवन काल में शायद एक ही बार आएगा। हम जिस नए भवन में जा रहे हैं, वह हमारी कार्यशैली में आधुनिकता तो लाएगा, लेकिन मैं और मेरे साथियों को इस मुकाम तक पहुंचने में इसी भवन का सानिध्य रहा। हम इस जगह को नमन करते हैं और साधुवाद करते हैं। यह भवन हमें जीवन भर प्रेरित करता रहेगा।
-विनित कुमार माथुर, न्यायाधीश
Published on:
06 Dec 2019 11:20 am
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
