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ऑनलाइन गेमिंग से छात्र की मौत पर बाल आयोग सख्त, लिया यह निर्णय…

- जुए की लत से परेशान नाबालिग छात्र की संदिग्ध हालात में मौत का मामला

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ऑनलाइन गेमिंग से छात्र की मौत पर बाल आयोग सख्त, लिया यह निर्णय...

ऑनलाइन गेमिंग से छात्र की मौत पर बाल आयोग सख्त, लिया यह निर्णय...

जोधपुर।
लूनी थानान्तर्गत फींच गांव में ऑनलाइन गेमिंग की लत से परेशान होकर एक नाबालिग छात्र के टांके में शव मिलने के मामले में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रसंज्ञान लेकर पुलिस उपायुक्त पश्चिम से गहन जांच कर तीन दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल बुधवार को मृतक के परिजन व जांच अधिकारी से मिलकर विस्तृत जानकारी लेंगे।
आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि फींच गांव निवासी नवीं कक्षा का छात्र योगेश पुत्र पारस पंचारिया का शव सोमवार को गांव में एक मंदिर परिसर में टांके में मिला था। उसे ऑनलाइन गेमिंग की लत थी। इसी से परेशान होकर वह जान देने के बारे में सोचने लगा था। इसी के चलते वह घर से गायब हो गया था और फिर टांके में शव मिला था। परिजन ने अपहरण व हत्या का अंदेशा जताया है।
आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया है और परिजन व जांच अधिकारी से मिलकर मामले की सम्पूर्ण जानकारी लेंगे। इसके लिए डीसीपी पश्चिम से गहन जांच कर तीन दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की गई है।
बच्चों का ध्यान रखें परिजन : बेनीवाल
आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने आमजन से अपील की है कि बच्चों को ऑनलाइन गेम या जुए से दूर रखें। इसके लिए बच्चों की हरकतों पर नजर रखें। उन्हें मोबाइल से दूर रखने का प्रयास करें।