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चीन की एक चाल से राजस्थान में सोलर प्लांट लगाने वालों को लग सकता है बड़ा झटका, इतनी बढ़ जाएगी कीमत

केन्द्र सरकार की ओर से पीएम सूर्य घर योजना के तहत 3 किलोवाट तक के रूफटॉप प्लांट पर 78 हजार की सब्सिडी दी जा रही है, लेकिन अब 3 किलोवाट के इस प्लांट पर 7 से 8 हजार रुपए अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं।

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solar plant in home

अविनाश केवलिया
भारत में ग्रीन एनर्जी मिशन को झटका लग सकता है, जिस योजना को केन्द्र व राज्य सरकार प्रमुखता से लागू करने के लिए टारगेट देकर काम कर रही थी, उसी में जनता पर बोझ बढ़ सकता है। इन सब के पीछे चीन की चाल भी है, क्योंकि चीन ने अपने यहां से निर्यात होने वाले प्रोडक्टर पर टैक्स रिबेट कम कर दी है। इसी कारण प्रति किलोवाट पर भार बढ़ेगा।

चीन ने पीवी मेटेरियल पर घटाया टैक्स

चीन ने पीवी मेटेरियल पर एक्सपोर्ट टैक्स रिबेट को घटा दिया है। पहले यह 13 प्रतिशत थी, लेकिन अब इसे 9 प्रतिशत किया गया है। इससे सोलर सेल व अन्य मेटेरियल की लागत बढ़ेगी। इसके अलावा कॉपर के दामों में भी वृद्धि हुई है।

सोलर प्लेट में लगने वाला ग्लास व सेल अधिकांश चीन से ही आयात होते हैं। राजस्थान सरकार के सीमा शुल्क विभाग की ओर चीन से आयातित ग्लास पर 677 रुपए प्रति मीट्रिक दर का शुल्क लगाया है।

सकारात्मक माहौल

जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में रूफटॉप प्लांट लगाने के लिए सकारात्मक माहौल बना था। जोधपुर सोलर सोसायटी के संरक्षक रामचंद्र चौधरी व अध्यक्ष ओंकार सिंह राजपुरोहित बताते हैं कि कई लोग इस योजना में रुचि ले रहे हैं, लेकिन अब दरें बढ़ने से कुछ हद तक प्रभाव पड़ सकता है। केन्द्र व राज्य सरकार को इसमें रियायतें देकर प्रोत्साहन देना चाहिए। जिससे कि राजस्थान बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बन सकता है।

ऐसे पड़ेगा भार

केन्द्र सरकार की ओर से पीएम सूर्य घर योजना के तहत 3 किलोवाट तक के रूफटॉप प्लांट पर 78 हजार की सब्सिडी दी जा रही है। इसकी लागत करीब 2 लाख रुपए तक आती है, लेकिन अब 3 किलोवाट के इस प्लांट पर 7 से 8 हजार रुपए अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं।

इधर डिमांड बढ़ी, उधर दरें

शहर में पीएम सूर्यघर योजना व ग्रामीण क्षेत्र में किसान कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा में काफी विश्वास जता रहे हैं। 700 मेगावाट से ज्यादा के नए कनेक्शन आगामी दिनों में होने वाले हैं। ऐसे में इधर डिमांड बढ़ी है तो उधर दरें बढ़ गई।

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