– फैसले में स्पष्ट किया गया है कि भारतीय दंड संहिता में यौन अपराधों पर दी गई सजा बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 से अपेक्षाकृत अधिक कठोरता के प्रावधान है, इसलिए अभियुक्त आसाराम को भारतीय दंड संहिता की धाराओं के अंतर्गत सजा दी गई है।
– फैसले के बाद क्या अध्यात्म और धर्म के नाम पर अपना काम धन्धा चलाने वाले सबक लेंगे
– क्या आस्था के नाम पर ऐसे कथित साधुओं के हाथों लोग छले जाने से बच सकेंगे? – क्या इस फैसले को उदाहरण के तौर पर लिया जा सकेगा?