राजस्थान हाईकोर्ट अब नए भवन में स्थानांतरित होने वाली है। झालामंड क्षेत्र में इसका नवनिर्मित भवन पूरे देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित कई बड़ी हस्तियां इसके उद्घाटन समारोह में शिरकत करने के लिए जोधपुर आने वाली हैं। इसके चलते शहर की कायापलट की जा रही है।
इस भवन की खासियत जानकर हर कोई हैरान है। इस नए भवन में लाइब्रेरी चर्चा का विषय है। जहां पुरानी लाइब्रेरी में किताबों का संचयन करना मुश्किल हो रहा था। वहीं अब इस भव्य लाइब्रेरी में कई प्रकार की सुविधाएं मिल सकेंगी।
इस नए भवन में बने बड़े-बड़े मीटिंग हॉल और गैलरीज इसकी शोभा में चार चांद लगा रहे हैं। छोटे-बड़े आयोजनों में इन हॉल्स का उपयोग करना न केवल आसान होगा बल्कि इसकी अत्याधुनिक तकनीक भी कमाल है।
एक तल से दूसरे तल तक जाने में अक्सर सभी को दिक्कतों से दो चार होना होता है। वहीं बुजुर्ग और महिलाओं को कोर्ट परिसर में इस बात की परेशानी न हो और आना जाना सुगम हो सके इसलिए स्वचलित सीढिय़ां भी हैं।
महिला कर्मचारियों, अधिवक्ताओं तथा फरियादियों के बच्चों के लिए अलग से पालना घर (क्रेच) है। इसकी दीवारों को आकर्षक कार्टूंस और बच्चों को पसंद आने वाले चित्रों से सजाया गया है। यहां बच्चों के खेलने के लिए खिलौने भी रखे गए हैं। साथ ही स्टडी एरिया और प्लेयिंग एरिया भी बनाया गया है। बेबी टायलेट्स व बेबी फिडिंग रूम जैसी सुविधा देने वाली संभवतया यह राज्य की पहली सार्वजनिक इमारत होगी।
हरीतिमा से आच्छादित इको-फ्रेंडली परिसर में सोलर लाइटें लगाई गई हैं। भवन सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में तो रहेगा ही, आवश्यक सूचना देने के लिए उद्घोषणा सिस्टम भी सभी स्थानों पर कार्यशील रहेंगे। हाईकोर्ट भवन का ऑडिटोरियम भी आकर्षण का केंद्र है, जिसमें करीब ढाई सौ लोग बैठ सकते हैं।
वहीं हेरिटेज भवन का भविष्य में क्या उपयोग किया जाएगा, इसे लेकर अब तक अधिकारिक तौर कोई निर्णय नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि पूरे भवन या इसके कुछ भाग को जिला न्यायालय को दिया जा सकता है।