6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फाइनेंस कम्पनी के जोनल हेड ने फंदा लगाया, सुसाइड नोट में लिखा, मैं मर्जी से कर रहा हूं आत्महत्या

चौपासनी हाउसिंग बोर्ड 7 के सेक्टर-9 स्थित मकान में फाइनेंस कम्पनी के जोनल हेड ने रस्सी से फंदा लगाकर बुधवार को जान दे दी। आत्महत्या के कारण के संबंध में उसने मोबाइल में वॉइस रिकॉर्ड किया है। जबकि सुसाइड नोट में मर्जी से जान देने का उल्लेख किया है।

less than 1 minute read
Google source verification
finance company zonal head commits suicide in jodhpur

फाइनेंस कम्पनी के जोनल हेड ने फंदा लगाया, सुसाइड नोट में लिखा, मैं मर्जी से कर रहा हूं आत्महत्या

विकास चौधरी/जोधपुर. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड 7 के सेक्टर-9 स्थित मकान में फाइनेंस कम्पनी के जोनल हेड ने रस्सी से फंदा लगाकर बुधवार को जान दे दी। आत्महत्या के कारण के संबंध में उसने मोबाइल में वॉइस रिकॉर्ड किया है। जबकि सुसाइड नोट में मर्जी से जान देने का उल्लेख किया है। देवनगर थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाव शव परिजन को सौंपा।

उप निरीक्षक सरजिल मलिक के अनुसार मूलत: पाली जिले में सादड़ी कस्बे के मादा गांव हाल चौहाबो सेक्टर 9 निवासी ईश्वरसिंह (35) पुत्र देवीसिंह राजपुरोहित एचडीबी फाइनेंस कम्पनी में जोनल हेड था। घरवालों ने मंगलवार रात उससे सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। तब उन्होंने साथी कर्मचारियों को पता करने का आग्रह किया। कर्मचारियों का भी उससे सम्पर्क नहीं हो सका।

तब कर्मचारी सुबह उसके घर गए, लेकिन दरवाजा नहीं खोला। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो पंखे के हुक पर ईश्वरसिंह को रस्सी के फंदे पर लटका पाया। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। बाद में शव मोर्चरी भिजवा दिया गया। कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर शाम को पोस्टमार्टम कराया गया। मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की गई है।

मोबाइल के वॉइस रिकॉर्डर में कैद कारण
शव के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने खुद की मर्जी से आत्महत्या करने और खुद को जिम्मेदार ठहराने की बात लिखी। साथ ही एक मोबाइल नम्बर लिखकर उसे आत्महत्या के बारे में सूचित करने का आग्रह किया गया था। उसने यह भी लिखा कि आत्महत्या का कारण मोबाइल के वॉइस रिकॉर्डर में रिकॉर्ड है। पुलिस ने मोबाइल जांच करने का प्रयास किया, लेकिन डिस्चार्ज होने से कारण पता नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि वाहन फाइनेंस पर लेने के कारण रुपए उधार हो गए थे। उसको लेकर तनाव में होने का अंदेशा है।