
बासनी (जोधपुर).
दीवारों पर रंगबिरंगे मांडणें, मंदिर की घंटियों संग बजते नगाड़े, मधुर भजनों की संगीतमय स्वर लहरियां, साफ-सुथरी सड़कें, चुग्गाघर में दाना चुगते कबूतर, चमचमाती एलईडी लाइटें, पोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे, उद्यान में इठलाते बच्चे और हथाई करते बुजुर्ग यह कोई ख्वाबों की दुनियां नही बल्कि शहर में ही स्मार्ट कॉलोनी की तर्ज पर विकसित हो रहे गुलाब नगर के हैं। आज से करीब दो दशक पहले वीरान रहने वाले इस स्थान को यहां के बाशिंदों ने अपनी मेहनत व प्रयासों से आबाद कर दिया है। पहले जहां बबूल की झाडिय़ों से अव्यवस्थाएं नजर आती थीं अब वहां गुलाब खिल रहे हंै। यहां के सुभाष नगर द्वितीय, वैद्यराज जी का बेरा और गुलाब नगर तीनों कॉलोनियों के रहवासियों ने मिलकर स्मार्ट कॉलोनी गुलाब नगर बनाने का बीड़ा उठाया है। यहां के बाशिन्दों ने साफ-सफाई के साथ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वयं के स्तर पर कई कार्य किए हैं। इसमें दो सौ से अधिक घर शामिल हैं जिनके रहवासी मिलकर कॉलोनी के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। इस कॉलोनी से दिग्विजय नगर, रतन नगर, अग्रसेन नगर आदि आस-पास की करीब दर्जन भर कॉलोनियां जुड़ी हुई हैं। जहां के रहवासी यहां बने मंदिरों में धार्मिक सहित अन्य आयोजनों में भाग लेते हैं।
साझा वॉट्सअप ग्रुप भी बनाया
यहां के लोगों ने मिलकर एक वॉट्सअप ग्रुप भी बनाया है। इसमें करीब 240 सदस्य शामिल हंै। ग्रुप में स्थानीय निवासियों के साथ ही नगर निगम, जोधपुर विकास प्राधिकरण, बिजली विभाग, जलदाय विभाग सहित अन्य सरकारी विभागों के अधिकारी भी शामिल हंै। कॉलोनी में होने वाली किसी भी समस्या को लेकर वाट्सअप पर मैसेज भेजने पर संबंधित अधिकारी इसका निस्तारण कर देते हैं। इसके अलावा यहां होने वाली अन्य गतिविधियों के बारे में भी इस ग्रुप के माध्यम से लोगों को जानकारी मिल जाती है।
कचरा संग्रहण के लिए निगम को दी टैक्सी
घर-घर कचरा संग्रहण के लिए स्थानीय निवासियों ने मिलकर नगर निगम को एक टैक्सी दी है। इसके अलावा लोगों ने सूखा व गीला कचरा एकत्र करने के लिए घरों में हरी व लाल रंग की अलग-अलग बाल्टियां भी दी है। वैसे तो यहां निगम की ओर से साफ-सफाई की जाती है लेकिन स्थानीय लोगों ने मिलकर एक वैकल्पिक व्यवस्था भी कर रखी है। कॉलोनी में हर पोल पर निगम की ओर से एलईडी लाइट लगी है जो सड़क मार्ग व गलियों को रोशन कर रही है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि शहर में स्वच्छता अभियान की शुरुआत भी तत्कालीन जिला कलक्टर ने इसी कॉलोनी से की थी।
दीवारों पर बन रही कलाकृतियां व मांडणें
कॉलोनी में उद्यान, वाटिका सहित मंदिर की दीवारों पर निगम की ओर से सुंदर कलाकृतियां बनाई जा रही हैं। इसमें राजस्थान की संस्कृति, गांवों की झलकियां, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण आदि का संदेश देती कलाकृतियां शामिल हंै। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर रंग-बिरंगें व मनमोहक मांडणें और प्रसिद्ध महापुरुषों के चित्र सुशोभित हैं। यहां गुलाब वाटिका में गुलाब सहित अन्य फूल लगाए गए हैं। वाटिका में बुजुर्गों के लिए बैठक की अलग व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उद्यान में भी लोगों की आवाजाही रहती है।
मंदिरों में होते हैं धार्मिक आयोजन
कॉलोनी में बने जैन व वैष्णव मंदिरों में समय समय पर धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। यहां सफेद मारबल से बना भगवान पाŸवनाथ का जैन मंदिर भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। कॉलोनी में नीलकण्ठ महादेव मंदिर में भगवान शिव , नंदी, शेषनाग सहित अन्य प्रतिमाएं स्थापित हैं। मंदिर में पुजारी नियमित पूजा-अर्चना व आरती करता है। मंदिर के बाहर हरी घास का उद्यान है। इसके चारों ओर पेड़-पौधे लगाए गए हैं।
रंगमंच और प्याऊ की सुविधा भी
यहां जेडीए की ओर से करीब 10 लाख रुपए की लागत से श्रीकृष्ण रंगमंच बनाया गया है। मंदिरों के पास शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा कॉलोनी में साधु संतों के लिए भवन, प्रवचन के लिए हॉल आदि भी बनाए गए हैं। कॉलोनी में ठण्डे पानी की तीन मशीनें लगाकर प्याऊ बनाई है। नीलकण्ठ महादेव मंदिर के बाहर राम चबूतरे पर स्टील की रेलिंग लगाकर पक्षियों के लिए चुग्गाघर बनाया गया है।
चोरियों के बाद लगाए सीसीटीवी कैमरे
कॉलोनी में पिछले कुछ सालों में हुई चोरी की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा को लेकर भी कई इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए सड़क मार्ग सहित सार्वजनिक स्थानों पर कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा लोगों ने स्वप्रेरणा से घरों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद किया है। कॉलोनी के चारों ओर सुरक्षात्मक दीवार है। कॉलोनी में प्रवेश के लिए चार द्वार बनाए गए हैं ताकि अनाधिकृत व्यक्ति या समाजकंटक प्रवेश न कर सके। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की समय-समय पर गश्त होती रहती है।
लोगों की भागीदारी देख जनप्रतिनिधि भी आगे आए
स्मार्ट कॉलोनी गुलाब नगर के लोगों की भागीदारी को देखते हुए जनप्रतिनिधि भी आगे आए हैं। यहां नगर निगम, जेडीए, वार्ड पार्षद, स्थानीय विधायक सहित विभिन्न सरकारी विभागों ने भी समय-समय पर सहयोग किया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कॉलोनी में सड़क, बिजली, पानी सहित विभिन्न समस्याओं का समाधान समय पर हो जाता है। इसके अलावा यहां कई स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होता है जिसमें आस-पास के लोग भाग लेते हैं।
इन्होंने बताया
यहां की तीन कॉलोनियों के लोगों ने मिलकर स्मॉर्ट कॉलोनी गुलाब नगर बनाने का जिम्मा उठाया है। सभी के जन सहयोग से साफ-सफाई, सुरक्षा आदि के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित सरकारी अधिकारियों का भी पर्याप्त सहयोग मिलता रहा है। भविष्य में भी जन सहयोग से ऐसे कई कार्य करवाए जाएंगे।
- गणपत सालेचा, अध्यक्ष, नीलकण्ठ महादेव मंदिर समिति।
करीब दो दशकों पहले यहां वीरानी रहती थी। लोगों की मेहनत व आपसी समन्वय से कॉलोनी का रूप निखरा है। समय-समय पर कॉलोनी के रहवासी मिलकर कई आयोजनों में भाग लेते हैं। यहां साफ-सफाई को लेकर निगम के अलावा स्थानीय निवासियों ने वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी है। सुरक्षा को लेकर भी लोगों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
- राजेन्द सारस्वत, महासचिव, नीलकण्ठ महादेव मंदिर समिति।
मंदिर में रोजाना आरती होती है। यहां आसपास की कॉलोनियों से महिलाएं भजन कीर्तन करने के लिए आती हंै। कॉलोनी में बने नीलकण्ठ महादेव मंदिर में विभिन्न धार्मिक आयोजन होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। यहां के रहवासियों ने आपसी समन्वय से यहां के विकास कार्य करवाए हैं।
- पंडित प्रवीण ओझा।
Published on:
13 Feb 2018 10:12 pm
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