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Jodhpur News: छह महीने पीछे रह गया सेमेस्टर, दो साल की डिग्री ढाई साल में मिल रही

Jodhpur JNVU: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार एक सेमेस्टर से दूसरे सेमेस्टर के मध्य अधिक अंतर नहीं रहना चाहिए। इस कारण विवि एक सेमेस्टर पूरा होने के बाद उसकी परीक्षा आयोजित किए बगैर अगले सत्र की कक्षाएं शुरू कर देता है।

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Jodhpur JNVU: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार एक सेमेस्टर से दूसरे सेमेस्टर के मध्य अधिक अंतर नहीं रहना चाहिए। इस कारण विवि एक सेमेस्टर पूरा होने के बाद उसकी परीक्षा आयोजित किए बगैर अगले सत्र की कक्षाएं शुरू कर देता है।

Jodhpur News: जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद शैक्षणिक सत्र पटरी से उतर गया है। जनवरी से लेकर दिसम्बर तक विवि में परीक्षाओं का शेड्यूल बना हुआ है। एक सेमेस्टर में तीन परीक्षा होने से पूरे साल परीक्षाएं चलती हैं। कक्षाएं नहीं के बराबर लगती हैं। सेमेस्टर 6 महीने पीछे रह गया है। वर्तमान में स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही हैं, जबकि इन्हें जून में ही डिग्री मिल जानी चाहिए थी। परीक्षाओं के टाइट शेड्यूल के कारण विवि के नया परिसर स्थित लैंग्वेज विंग में कुछ इमारतों को स्थायी तौर पर परीक्षा कक्ष में बदल दिया गया है।

परीक्षा हुई नहीं, अगला सेमेस्टर शुरू

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अनुसार एक सेमेस्टर से दूसरे सेमेस्टर के मध्य अधिक अंतर नहीं रहना चाहिए। इस कारण विवि एक सेमेस्टर पूरा होने के बाद उसकी परीक्षा आयोजित किए बगैर अगले सत्र की कक्षाएं शुरू कर देता है। उदाहरण के तौर पर एमए सैकण्ड सेमेस्टर की मुख्य परीक्षाएं 18 से 30 सेमेस्टर को हुई। इनका रिजल्ट अब आएगा, लेकिन एमए का थर्ड सेमेस्टर शुरू हो चुका है।

ड्यूटी और एक्सट्रा क्लास साथ-साथ

सूत्रों के अनुसार जेएनवीयू में कई शिक्षकों की कई बार परीक्षा ड्यूटी और कक्षा में टीङ्क्षचग ड्यूटी साथ-साथ चलती है। वह परीक्षा में ड्यूटी का परीक्षक के तौर पर भत्ता भी उठाता है और दूसरी तरफ एक्स्ट्रा क्लास का भत्ता भी लेता है।

पूरे सालभर परीक्षाओं का आयोजन

विवि में परीक्षाओं का आलम यह है कि नया परिसर और पुराना परिसर में कई कक्षाओं को स्थायी परीक्षा कक्ष में बदल दिया गया है। पूरे सालभर हर दस दिन में कोई न कोई परीक्षा होती है। ऐसे में विवि के गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने बैठक व्यवस्था को स्थायी रूप दे दिया है।

एक कारण यह भी है कि कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं। एक सेमेस्टर में तीन परीक्षाएं क्लास टेस्ट, टर्म टेस्ट और मुख्य परीक्षा होती है। सेमेस्टर छह महीने का होता है। इसके अलावा क्विज व सेमेस्टर भी होते हैं। पीजी चतुर्थ सेमेस्टर के अक्टूबर में मुख्य परीक्षा चल रही है। अगस्त-सितम्बर में टर्म टेस्ट दिए थे। जुलाई में क्लास टेस्ट था। जून में थर्ड सेमेस्टर की मुख्य परीक्षा थी। अप्रेल-मई में थर्ड सेमेस्टर का टर्म टेस्ट था। मार्च में क्लास टेस्ट था।

सेमेस्टर सिस्टम में पूरे साल मूल्यांकन चलता रहा है। परीक्षा और कक्षाएं साथ-साथ चलती हैं। कक्षाएं नहीं लेने वालों के साथ अब हम सख्ती से निपट रहे हैं। एक शिक्षक को विवि में 5 से 6 घंटे ड्यूटी करनी पड़ेगी।

  • प्रो. केएल श्रीवास्तव, कुलपति, जेएनवीयू जोधपुर

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