शहीद जवानों को शहरवासियों ने ऐसे दी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीरें… वह सरहद के इस पार इनपुट लेने की कोशिश कर रही है। कश्मीर में सीआरपीएफ की गाड़ी पर आतंकवादियों के हमले के बाद सीमा पर तनाव को देखते हुए वायुसेना का यह युद्धाभ्यास काफी महत्वपूर्ण है। वायुसेना के जवान और अधिकारी अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन करेंगे। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण के इसमें आने की संभावना है। इस आयोजन से वायु सेना देशवासियों को यह बताना चाहती है कि उनकी सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस कितना मजबूत है।
91 लड़ाकू विमान और 25 हेलीकॉप्टर का समानांतर अटैक
युद्धाभ्यास में मिग-21 बाइसन, मिग-27, मिग-29 मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर जैसे 91 लड़ाकू विमान चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में बनाए गए टारगेट पर लाइव हमला करेंगे। इसके लिए रॉकेट लॉन्चर, कैनन, लेजर गाइडेड बम व मिसाइलों का प्रयोग किया जाएगा। युद्ध अभ्यास में 25 लड़ाकू हेलीकॉप्टर मसलन् एमआई-17, एमआई-35 और रुद्र भाग लेंगे। युद्ध स्थल पर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32, हरक्यूलिस सी-130, ग्लोबमास्टर सी-17 भी शामिल होंगे। वायुसेना की नेत्र प्रणाली, एवाक्स और यूएवी भी शामिल होगी। इसमें वायु सेना की गरुड़ कमांडो टीम भी होगी जो विभिन्न परिस्थितियों में दुश्मन पर हमला करने के अभ्यास का जीवंत प्रदर्शन करेगी। युद्धाभ्यास में भारत में बने हल्के लड़ाकू विमान तेजस का प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा। चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में मॉक राडार साइट, यार्ड, आतंकवादी कैंप, रन-वे, ब्लास्ट पेन जैसी साइट बनाई जाएगी।
युद्धाभ्यास में मिग-21 बाइसन, मिग-27, मिग-29 मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर जैसे 91 लड़ाकू विमान चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में बनाए गए टारगेट पर लाइव हमला करेंगे। इसके लिए रॉकेट लॉन्चर, कैनन, लेजर गाइडेड बम व मिसाइलों का प्रयोग किया जाएगा। युद्ध अभ्यास में 25 लड़ाकू हेलीकॉप्टर मसलन् एमआई-17, एमआई-35 और रुद्र भाग लेंगे। युद्ध स्थल पर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट एएन-32, हरक्यूलिस सी-130, ग्लोबमास्टर सी-17 भी शामिल होंगे। वायुसेना की नेत्र प्रणाली, एवाक्स और यूएवी भी शामिल होगी। इसमें वायु सेना की गरुड़ कमांडो टीम भी होगी जो विभिन्न परिस्थितियों में दुश्मन पर हमला करने के अभ्यास का जीवंत प्रदर्शन करेगी। युद्धाभ्यास में भारत में बने हल्के लड़ाकू विमान तेजस का प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा। चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में मॉक राडार साइट, यार्ड, आतंकवादी कैंप, रन-वे, ब्लास्ट पेन जैसी साइट बनाई जाएगी।