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Jnvu Exam: विश्वविद्यालय ने वर्ष 2022 की परीक्षा में 2020 के बांटे प्रश्र पत्र, वजह जानने के लिए पढ़े खबर

Jnvu Exam: जेएनवीयू ने खर्चा बचाने के लिए कोविड की प्रथम लहर में छपवाए प्रश्र पत्र वितरित किए

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Jnvu Exam: विश्वविद्यालय ने वर्ष 2022 की परीक्षा में 2020 के बांटे प्रश्र पत्र, वजह जानने के लिए पढ़े खबर

Jnvu Exam: विश्वविद्यालय ने वर्ष 2022 की परीक्षा में 2020 के बांटे प्रश्र पत्र, वजह जानने के लिए पढ़े खबर

Jnvu Exam: जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की मंगलवार को हुई स्नातक प्रथम वर्ष समाज शास्त्र की परीक्षा में प्रश्न पत्र देखकर परीक्षार्थी चक्कर में पड़ गए। प्रथम पारी और द्वितीय पारी दोनों ही परीक्षाओं के प्रश्न पत्र पर वर्ष 2020 छपा हुआ था। वर्ष 2022 में वर्ष 2020 के प्रश्र पत्र के बारे में पूछने पर परीक्षा केंद्र में ड्यूटी दे रहे शिक्षकों ने कहा कि विवि की परीक्षा शाखा से सभी जगह यही बण्डल भेजे गए हैं और इसी से ही परीक्षा देनी है।

दरअसल ये प्रश्र पत्र कोविड की प्रथम लहर से पहले छापे गए थे। जेएनवीयू की परीक्षाएं मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू होती है, लेकिन 25 मार्च 2020 से देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। विवि की समस्त परीक्षाएं स्थगित हो गई। प्रश्न पत्र छापे हुए पड़े रह गए। वर्ष 2020 और 2021 दो साल तक पूरे प्रदेश में स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को स्नातक द्वितीय वर्ष में प्रमोट किया गया था। वर्ष 2019 के बाद अब सीधा 2022 में ही विवि में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हो रही है। ऐसे में जेएनवीयू ने खर्चा बचाने के लिए वर्ष 2020 में छापे गए प्रश्न पत्र अब परीक्षाओं में बांट दिए।

बीए की परीक्षाओं में 2021 के भी बांटे
गत दिनों हुई बीए प्रथम वर्ष की परीक्षाओं में विवि ने वर्ष 2021 के प्रश्र पत्र बांटे। गत वर्ष भी जेएनवीयू ने कोरोना की दूसरी लहर अप्रेल-मई से पहले प्रश्र पत्रों की छपाई कर दी थी, लेकिन विद्यार्थियों को पदोन्नत करने के कारण वर्ष 2021 के प्रश्न पत्र पड़े रह गए। अभी 2021 के प्रश्न पत्र भी बांटे जा रहे हैं। विवि के कुछ हलकों में परीक्षा की गोपनीयता को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि विवि वर्ष 2022 की परीक्षाएं भी कोविड काल की तरह आधा प्रश्र पत्र हल करना, यूनिट की बाध्यता नहीं होना, बड़े प्रश्न पत्र हटाना ले रहा है।