
mehrangarh fort of jodhpur
जोधपुर . स्वीट लैंग्वेज (मधुर भाषा), ब्यूटीफुल सिटी (खूबसूरत शहर), मार्वलस फोर्ट (बेहतरीन दुर्ग), एक्सीलेंट हैरिटेज पैलेस(श्रेष्ठ विरासत- महल) और मंडोर एंड उम्मेद बिग पार्क (बड़ा उद्यान)। ये विदेशी सैलानियों के जोधपुर के बारे में शब्द हैं। उन्हें जोधपुर बहुत खूबसूरत शहर लगता है। विशेषकर यूरोप के पर्यटकों को यहां के पर्यटन स्थल और स्थापत्य कला उन्हें बार-बार जोधपुर खींच लाती है। आेसियां के धोरे उन्हें बार-बार जोधपुर बुलाते हैं। राजस्थानी लोक गीत और संगीत की मधुर धुनों का चुम्बकीय आकर्षण उन्हें जोधपुर खींच लाता है।
सैलानी जोधपुरी पहनावे में
जोधपुर आने पर कई विदेशी महिला सैलानी तो जोधपुरी पहनावे में बाजार में घूमते हुए इस शहर की सैर का आनंद लेती हुई नजर आती हैं। हॉलीवुड बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो या शाही शादी अथवा अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोह जोधपुर रिफ का आयोजन, मारवाड़ समारोह हो, जोधपुर स्थापना दिवस या फिर होली अथवा गणगौर आदि कोई पर्व, विदेशी सैलानी जोधपुर खूब आते हैं। विदेशी उच्चायुक्त, राजदूत हों या आला अफसर या आम पर्यटक, सनसिटी उनके दिल में घर कर गया है। कई पर्यटक जैसलमेर जाते समय तो कई जैसलमर से लौटते में सनसिटी की सैर करना नहीं भूलते। यही नहीं, एनआरआई भी अपने शहर को बहुत मिस करते हैं, वे चाहे जहां रहें, उन्हें जोधपुर की याद बहुत सताती है।
अच्छा लगता है जोधपुर
विदेशी वीआईपी हों,पर्यटक अथवा विद्यार्थी, सभी को जोधपुर बहुत अच्छा लगता है। यहां का खान पान, वेशभूषा और रहन सहन उन्हें बार-बार जोधपुर खींच लाते हैं। जोधपुरी कोट, जोधपुरी साफा,जोधपुरी जूतियां,लहंगा चुनरी, धोती अंगरखा पहनावा हो या खाने में जोधपुरी मिर्ची बड़ा और मावे की कचोरी , कैर सांगरी कुमटी की सब्जी और अचार हो या खाटा सोगरा, वे जोधपुर की हर चीज से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं और बार-बार याद करते हैं। जोधपुर की होली उनके लिए बहुत यादगार रहती है, वे अपने-अपने देशों में जा कर यहां की संस्कृति और पर्व के बारे में बताते हैं तो वे लोग भी जोधपुर घूमने आते हैं। ये सैलानी अबीर,गुलाल और रंगों से खूब होली खेलते हैं तो दीपावली पर पटाखे छोड़ते हैं। पत्रिका ने अलग-अलग जगह से संजोए जोधपुर के बारे में उनके कुछ कमेंट :
सुकून मिलता है
मैं कुछ वर्ष पहले भारत के जोधपुर में घूमने गया था, बहुत अच्छा शहर है। सैर करने और पहली बार होली खेलने में बहुत मजा आया था। यह त्योहार बहुत क्रेजी और एक्साइटिंग है। जापान में एेसा कोई त्योहार नहीं होता। मुझे जोधपुर की होली आज भी याद आती है। इस शहर में सुकून मिलता है।
-कैन्टा,जापान के विद्यार्थी
जोधपुर में खूब एन्जॉय किया
भारत विविध संस्कृतियों का देश है। इस देश में राजस्थान की अपनी विशेषता है। मैं जब जोधपुर घूमने गया था तो वहां खूब एन्जॉय किया। इस शहर की सांस्कृतिक धरोहर मुझे आज भी याद आती हैं।-वतारूजापानीपर्यटक--मावे की कचोरी और होलीमुझे जोधपुर की सैर करने में बहुत मजा आया था। जोधपुर के गेस्ट हाउसों में होली पर विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष आयोजन होते हैं, मैं भी उस होली का हिस्सा बनी थी और बहुत मजा आया। मुझे जोधपुरी मावे की कचोरी बहुत अच्छी लगती है।-कैरोलिना फर्नांडीजब्राजील की पर्यटक--पर्यटन स्थल अच्छेजोधपुर के महल, किले, हवेलियां और दीगर पर्यटन स्थल बहुत अच्छे हैं। मुझे जोधपुर का मिर्ची बड़ा अच्छा लगता है। स्वीट लैंग्वेज, आई लाइक आओ सा पधारो सा, जीमो सा।
-आ-ओ-ई
जापान के टोक्यो की पर्यटक
-इनका कहना है--
बहुत याद करते हैं जोधपुर
हम विदेशी पर्यटकों के लिए जैसलमेर में मरु महोत्सव के दिनों में जोधपुर में वैलकम जोधपुर फेस्टिवल करते हैं। इसके अलावा होली व दीपावली फेस्टिवल का आयोजन करते हैं। इनमें फ्रांस, इजराइल, जापान, अमरीका इटली, इंग्लैंड व कोरिया आदि देशों के पर्यटक आते हैं। सबसे ज्यादा पर्यटक फ्रंास जापान और इंग्लैण्ड से आते हैं। ज्यादातार पर्यटकों को जोधपुर की होली बहुत अच्छी लगती है और वे इसे याद करते हैं। विदेशी पर्यटकों एंटोनी (फ्रांस), एरियाने (स्पेन), अरनॉड (इंग्लैण्ड), एलाइन (यूएस), मेरियोन ऑडेबियू(फ्रंास) व जोसेफाइन (डेनमार्क) को यह शहर बहुत पसंद आया। उन्हें जोधपुर की बहुत याद आती है। वे बार-बार इसका जिक्र करते हैं।
-विष्णु प्रजापत
अध्यक्ष, वैलकम जोधपुर कल्चरल डवलपमेंट सोसाइटी
....
खुशी महसूस करते हैं
नेशनल ज्योग्राफिकल सोसाइटी की ओर से कई उच्च स्तरीय टूर जोधपुर आते हैं और यहां विदेशी पर्यटक यहां आ कर बहुत खुशी महसूस करते हैं। वे अपने साथ मधुर स्मृतियां ले जाते हैं और अपने देश जा कर भी बार-बार जोधपुर को याद करते हैं।
-कुंदनसिंह
पूर्व अध्यक्ष पर्यटन गाइड एसोसिएशन
--
यूरोप में जोधपुर की धूम
जोधपुर में यूरोपीय देशों फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और इंग्लैण्ड के पर्यटक ज्यादा आते हैं। इनमें सर्विस क्लास के टीचर्स और नर्सेज आदि जुलाई अगस्त और सितंबर में जोधपुर घूमने आते हैं और हाई सोसाइटी के पर्यटक नवंबर-दिसंबर में जोधपुर घूमना प्लान करते हैं।
-पी सी गौड़
पूर्व जिला पर्यटन अधिकारी,जोधपुर
Published on:
12 May 2018 05:50 pm
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
