
jodhpur samaraw update
जोधपुर . जिले के लोहावट थानान्तर्गत सामराऊ गांव में हत्या के बाद आगजनी व उपद्रव के तार पांच साल सात महीने पूर्व हाईकोर्ट परिसर में फायरिंग से जुडऩे लगे हैं। राज्य के बहुचर्चित भंवरीदेवी प्रकरण के चुनिंदा आरोपियों को छुड़ाने के लिए एके-४७ राइफल से गोलियां चलाने वाले आरोपी ही सामराऊ में बवाल मचाने में शामिल रहे हैं। एेसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि दोनों ही मामलों में एक ही गैंग अथवा उनसे जुड़े लोग हो सकते हैं।
मृतक व आरोपी एक ही गैंग से
चौदह जून २०१२ को कोर्ट परिसर में फायरिंग करके युवकों की गैंग भंवरीदेवी प्रकरण के आरोपी कैलाश जाखड़ को छुड़ा ले गई थी। जबकि बिशनाराम विश्नोई भाग नहीं पाया था। पुलिस ने मौके से भेड़ निवासी हनुमान साई को गिरफ्तार किया था। जिसकी गत १४ जनवरी को सामराऊ गांव में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उपजे बवाल में आगजनी व तोड़-फोड़ करने के आरोप में कैलाश जाखड़ के भाई जालोड़ा निवासी पुखराज जाट व एकलखोरी निवासी कैलाश कावां को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि अन्य आरोपियों के भी इसी गैंग से जुड़े होने की संभावना है।
वीडियो से हो रही उपद्रवियों की पहचान
गत चौदह जनवरी को हत्या के बाद देर रात और पन्द्रह जनवरी को आगजनी की गई थी। इसके कई वीडियो पुलिस को हाथ लगे हैं। इसके अलावा सादे वस्त्रों में तैनात पुलिसकर्मियों ने भी मोबाइल से उपद्रवियों की रिकॉर्डिंग की थी। इनके आधार पर उपद्रव करने वालों की पहचान कर पकड़ा जा रहा है। अब तक पन्द्रह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। जबकि कई अन्य को पहचान के लिए धरपकड़ की जा रही है।
एसपी (ग्रामीण) का ओसियां में कैम्प
उधर, जोधपुर जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालने वाले आईपीएस अधिकारी राजन दुष्यंत ने स्थिति पर नजर व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ओसियां में कैम्प कर रखा है। हत्या व आगजनी मामलों की जांच के अलावा संदिग्धों की धरपकड़ और अन्य आरोपियों की पहचान के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई है।

Published on:
21 Jan 2018 11:01 am
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