जोधपुर . जोधपुर समेत जैसलमेर और बाड़मेर जिले के अधिकांश हिस्सों में सोमवार रात मौसम ने पलटा खाया। तेज धूलभरी आंधी के बाद सुबह गर्जना के साथ बौछारें गिरी। जोधपुर के फलोदी और लोहावट में 20 मिलीमीटर पानी बरस गया। ओसियां और जैसलमेर के पोकरण व रामगढ़ में 10 मिमी बरसात मापी गई। बादल-बरसात और तेज हवा के मौसम से न्यूनतम तापमान दस डिग्री तक लुढक़ गया। मौसम में बदलाव होने से दिनभर गर्मी से राहत रही। मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टे में थार के कुछ इलाकों में हल्की आंधी और गर्जना के साथ छींटे पडऩे का पूर्वानुमान बरकरार रखा है।
एेसे आया मौसम में बदलाव
मौसम में बदलाव के लिए मौसमी तंत्र के तीन-चार कारक जिम्मेदार रहे। भूमध्यसागर से पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के ऊपर पहुंचने के साथ हवा में नमी हो गई। इधर, हरियाणा के ऊपर हवा का चक्रवाती परिसंचारी तंत्र बना। पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बना। चौथा मौसमी तंत्र राजस्थान के दक्षिणी हिस्से और गुजरात की सीमा पर बना हुआ था। सभी मौसमी तंत्र एक साथ सक्रिय होने से आंधी और बादलों का मौसम बना। थार में कम दबाव का क्षेत्र बनने से आंधी और बरसात हुई। तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ ही फिर तेज हवा चलेगी और बादल आएंगे। मानसून आने तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा।
जोधपुर में बौछारें
सूर्यनगरी में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे तेज गर्जना के साथ बौछारें शुरू हुई। बरसात की वजह से सडक़ों पर पानी भर गया। आधी रात मिट्टी से सनी इमारतें और घर की छतें बरसात से धुल गई। न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री रहा, जबकि पिछले सप्ताह यही पारा 30 डिग्री के आसपास था। बरसात के बाद हवा में 66 फीसदी नमी होने से तापमान में ज्यादा ऊपर नहीं जा सका। दोपहर में पारा 38 डिग्री रहा। मौसम विभाग ने 1.5 मिमी बरसात मापी। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी मौसम सुहाना रहा। फलोदी व लोहावट में 20 मिमी और ओसियां में 10 मिमी बारिश मापी गई। बरसात से गांवों के निचले इलाकों में पानी भर गया। जैसलमेर और बाड़मेर में भी मौसम ने पलटा खाया। जैसलमेर में ६.४ मिमी बारिश हुई। यहां न्यूनतम तापमान २० और अधिकतम ३८ डिग्री रहा। बाड़मेर में रात का पारा २४.१ और दिन का ३९.४ डिग्री मापा गया।
स्कूलों ने कर दी एहतियान छुट्टी
सुबह बौछारें पडऩे से कुछ स्कूलों ने मंगलवार को छुट्टी कर दी। अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज भेजे गए। इसके बाद अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। हालांकि सुबह 6.30 बजे के बाद बरसात बंद हो गई और मौसम साफ होने लग गया था।