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जस्टिस गर्ग ने वितरित किए योगा सर्टिफिकेट्स, कहा योग से ही भारत फिर से बनेगा विश्वगुरु

भोमियाजी का थान विकास संस्थान की ओर से किशोर बाग क्षेत्र स्थित भोमियाजी के थान परिसर में श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि का बधावणा किया गया। इस मौके सैनाचार्य ने कहा कि तीन साल पूर्व संतों की प्रेरणा से श्रद्धालुओं ने भोमियाजी के थान पर शराबबंदी का संकल्प लिया था

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justice garg distributed yoga certificates in jodhpur

जस्टिस गर्ग ने वितरित किए योगा सर्टिफिकेट्स, कहा योग से ही भारत फिर से बनेगा विश्वगुरु

जोधपुर. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत स्किल इंडिया मिशन की ऑनलाइन परीक्षा के अंतर्गत उत्तीर्ण अभ्यर्थियों व योगा सर्टिफिक्शन बोर्ड की परीक्षा पार करने वालों को हॉलिस्टिक इंटरनेशनल योग अकादमी पावटा योग सेंटर जोधपुर की ओर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

पतंजलि योग समिति के युवा प्रभारी भगवान राम परिहार ने बताया कि स्किल इण्डिया के अंतगर्त हॉलिस्टिक संस्थान से 347 अभ्यर्थी और योगा सर्टिफिकेशन बोर्ड परीक्षा के उत्तीर्ण 22 अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट वितरण दिए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान हाइकोर्ट के न्यायाधीश मनोज कुमार गर्ग ने बताया कि योग से ही हमारा भारत पुन: विश्व गुरु बनेगा। केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तनुज गुलाटी, कपिल देव केशरी, अंकेश कुमार भदौरिया, संजीव माहेश्वरी ने बताया कि आयुष्मान भारत के अंतर्गत व हिट एंड फिट इंडिया के तहत देश भर में 1 लाख 50 हजार से ज्यादा वेलनेस सेंटर खुलने जा रहे हैं। योग व वेलनेस डायरेक्टर चंद्रभान शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर जोधपुर योग समिति के सदस्य भी मौजूद थे।

पवित्र स्थलों को शराब से दूर रखे : सैनाचार्य
भोमियाजी का थान विकास संस्थान की ओर से किशोर बाग क्षेत्र स्थित भोमियाजी के थान परिसर में श्रीमद् भागवत कथा में रविवार को सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि का बधावणा किया गया। इस मौके सैनाचार्य ने कहा कि तीन साल पूर्व संतों की प्रेरणा से श्रद्धालुओं ने भोमियाजी के थान पर शराबबंदी का संकल्प लिया था उसके बाद यह स्थान पवित्र और देव रमणीय बन गया है। उन्होंने देवताओं के पवित्र स्थलों की गरिमा बनाए रखने के लिए नशीली वस्तुओं के परित्याग का संकल्प दिलाया। कथावाचक नारायणदास ने कथा के विभिन्न प्रसंग का वर्णन किया। संस्थान अध्यक्ष दयालसिंह, मदनसिंह राठौड़, महेंद्र सिंह व अन्य ने संतों का स्वागत व व्यासपीठ का पूजन किया।