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घूसखोरों पर कार्रवाई में कमी, सिर्फ एक चौथाई ट्रैप

- पिछले साल की तुलना में पहली तिमाही में रिश्वत लेने वालों पर सिर्फ 5 कार्रवाई- वर्ष 2022 में बीस कर्मचारी हुए थे ट्रैप

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जोधपुर।

भ्रष्टखोर अफसर व कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने चालू साल की पहली तिमाही में अब तक सुस्त रही है। 1 जनवरी से 22 मार्च तक सिर्फ पांच जनों के खिलाफ ट्रैप कार्रवाई की गई है। वहीं, इसी समयावधि की गत वर्ष से तुलना की जाए तो चार गुना भ्रष्टखोरों को पकड़ा गया था।
एक चौथाई पर पहुंची ट्रैप कार्रवाइयां

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो चालू साल 2023 में 1 जनवरी से 22 मार्च यानि 81 दिन में ट्रैप की पांच कार्रवाइयां की गईं हैं। आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का एक और पद के दुरुपयोग के चार एफआइआर दज्र की गई है। जबकि पिछले साल इसी समावधि में वर्ष 2022 में ट्रैप के 20 मामले दर्ज किए गए थे।

लॉक डाउन हटने के बाद बढ़ी थी शिकायतें

कोरोना के चलते 25 मार्च 2020 को देशभर में लॉक डाउन लगा दिया गया था। जिसका असर वर्ष 2021 तक रहा था। यही वजह है कि वर्ष 2021 में 1 जनवरी से 22 मार्च के बीच 13 ट्रैप किए गए थे। वहीं, वर्ष 2022 में आंकड़े बढ़कर 20 तक पहुंच गए थे।
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1 जनवरी से 22 मार्च के बीच दर्ज आंकड़ों पर नजर
वर्ष——————-ट्रैप—————–डीए——————एमओ

2021—————-13——————-0——————–0

2022—————-20——————-0——————–0
2023—————-5——————–1——————–4

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1 जनवरी से 22 मार्च के बीच निस्तारित मामले

वर्ष——————-चार्जशीट—————–एफआआर

2021—————-10———————–1
2022—————-14———————–2

2023—————-15———————–4
(नोट : उपरोक्त आंकड़े 1 जनवरी से 22 मार्च की अवधि के तुलनात्मक हैं।)