
learning licence, online learning licence, driving and learning licence, RTO office, RTO office of jodhpur, transport department of rajasthan, jodhpur news
कुनाल पुरोहित/जोधपुर. परिवहन विभाग में ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने के बाद लाइसेंस बनाना बहुत पेचिदा हो गया है। वह इसलिए क्योंकि पहले तो आवेदकों को ऑफलाइन मोड पर आवेदन करते ही उसी दिन लर्निंग लाइसेंस जारी हो जाता। उसके एक महीने बाद परमानेंट लाइसेंस के लिए आवेदन कर देते थे, लेकिन अब एेसा नहीं है। अब लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद स्लॉट में जो नंबर आपको मिल गया। उसी के आधार पर आवेदक के फोटो खिंचवाने का काम होगा। न इसके पहले न इसके बाद में। अपॉइंटमेंट मिलने के बाद ५९ मिनट में आवेदक मौजूद नहीं होता है, तो उसे दुबारा अपॉइंटमेंट भी लेनी होती है।
इतना ही नहीं, ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू करने के बाद लर्निंग लाइसेंस के लिए आठ से दस दिन और परमानेंट लाइसेंस के लिए तकरीबन बीस दिन बाद नंबर आता है। शुरुआती दौर में तो हालत यह थी कि आवेदकों को लर्निंग और परमानेंट लाइसेंस के लिए डेढ़ महीने तक का इंतजार करना पड़ा था। जानकारों की मानें तो ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने के पहले परिवहन विभाग में लर्निंग लाइसेंस के लिए रोजाना १५० और परमानेंट लाइसेंस के लिए २०० आवेदन आते थे। अब केवल ७५ परमानेंट और ७५ लर्निंग लाइसेंस ही जारी होते हैं।
देरी से पहुंचने पर लेना होता है री-अपॉइंटमेंट
परिवहन विभाग ने पासपोर्ट की तर्ज पर ऑनलाइन प्रक्रिया के नियम तय किए हैं। इसमें सबसे परेशानी वाला नियम है री-अपॉइंटमेंट। इसमें आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करने के बाद ५९ मिनट का समय मिलता है। इस समय में आवेदक फोटो खिंचवा लेता है तो ठीक, लेकिन समय पर नहीं पहुंचने पर उसे पुन: री-अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है।एक साल बाद भी नहीं संभल पाया बैकलॉग
जोधपुर में लाइसेंस के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुए लगभग एक साल बीत चुका है। एक जनवरी २०१६ को इसे शुरू किया गया था। लेकिन आज भी लाइसेंस के लिए बैकलॉग का काम अटका रहता है। इसलिए यह समस्या हो रही है।
कहने में ही सरल है ऑनलाइन प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया कहने में ही सरल है। वास्तविकता तो यह है कि इसके लिए आवेदकों को कई परेशानी उठानी पड़ती है। पहले तो ई-मित्र पर जाकर आवेदन करना होता है। फिर सभी डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करवाने के बाद फोटो खिंचवाने का दिन व समय मिलता है। इसके बाद निर्धारित दिन व समय पर पहुंचकर इंस्पेक्टर से मार्र्किंग करवानी पड़ती है। तब कहीं जाकर फोटो खींचने में नंबर आता है।
आवेदकों पर भारी पड़ रहा इंतजार
आवेदन के बाद आवेदकों को लर्निंग के लिए ७-८ दिन बाद का अपॉइंटमेंट मिल रहा है। जबकि परमानेंट लाइसेंस के आवेदन के बाद फोटो खिंचवाने के लिए अभी भी बीस दिन का समय लग रहा है। यह देरी आवेदकों को भारी पड़ रही है। क्योंकि जितनी देरी लर्निंग लाइसेंस में होगी। तो परमानेंट लाइसेंस में भी देरी होगी।
अब इतनी वेटिंग नहीं
ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई थी। तब आवेदकों की वेटिंग थी, लेकिन अभी फिलहाल इतनी नहीं है।
गणपत पूनड़, डीटीओ
बीस दिन पहले आवेदन, अब आया नंबर
बीस दिन पहले लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। तब उसे स्लॉट में तीन जनवरी का समय मिला। आते ही फोटो खिंचवा ली। अब परमानेंट के लिए आवेदन करेंगे।
जस्सा राम, आवेदक
उम्मीद से ज्यादा करना पड़ा इंतजार
परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए उम्मीद से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। मैंने तो यहीं सोचा था कि ऑनलाइन आवेदन करने के बाद तीन चार दिन में नंबर आ जाएगा, लेकिन एेसा नहीं हुआ। २५ दिन की वेटिंग मिली है।
पंकज, आवेदक
ऑनलाइन प्रक्रिया से हुई परेशानी
ऑनलाइन प्रक्रिया परेशानीभरी है। ऑफलाइन मोड में कम से कम यह समस्या तो नहीं थी। समय पर नहीं पहुंचने से मेरे मित्र को भी दुबारा से अपॉइंटमेंट लेना पड़ा था।
दिनेश, आवेदक
Published on:
05 Jan 2018 12:41 pm
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
