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जोधपुर: नगर निगम उत्तर का 727.90 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट पास

jodhpur nagar nigam uttar budget नगर निगम उत्तर की बजट बैठक शनिवार को महापौर कुंती देवड़ा की अध्यक्षता में हुई।

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jodhpur nagar nigam uttar budget नगर निगम उत्तर की बजट बैठक शनिवार को महापौर कुंती देवड़ा की अध्यक्षता में हुई। महापौर ने 727.90 करोड़ का बजट पेश किया। हालांकि बजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। गत वर्ष के मुकाबले करीब 88 करोड़ रुपए कम का बजट पेश किया है। खास बात यह है कि निगम उत्तर ने पार्षदों के मद से खर्च होने वाली राशि 25 लाख से बढ़ाकर 30 लाख की है। जबकि दो दिन पहले ही नगर निगम दक्षिण ने पार्षदों के इस मद को 35 लाख से बढ़ाकर 55 लाख किया है। दो निगम के पार्षदों के विकास मद में 25 लाख का अंतर होगा। इससे दोनों क्षेत्रों के वार्ड में विकास की खाई भी बढ़ सकती है। इसको लेकर विरोध के स्वर भी खड़े हुए हैं।

अतिक्रमण हटाने के प्रस्ताव को लेकर हंगामा

वहीं नगर निगम उत्तर की बजट बैठक के अंतिम क्षणों में अतिक्रमण हटाने के प्रस्ताव को लेकर हंगामा हो गया। पार्षदों की चर्चा के बाद जब बैठक में प्रस्ताव पढ़े जा रहे थे, उसी दौरान अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव आया तो शहर और सूरसागर विधायक दोनों ही भड़क गए। शहर विधायक अतुल भंसाली और सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी ने कहा कि अतिक्रमण चाहे कहीं पर भी हो निगम के पास अधिकार है उसे हटाना का। इसलिए अतिक्रमण हटाने के लिए बोर्ड की परमिशन की कोई जरूरत नहीं है। ये नई परिपाटी शुरू की जा रही है, जो सही नहीं है। दरअसल, आखलिया में टाइप डिजाइन को लेकर शुरू हुई चर्चा थोड़ी देर में हंगामे में परिवर्तित हो गई। विधायक भंसाली और कांग्रेस पार्षदों के बीच इस पर काफी हंगामा हुआ।

निगम उत्तर प्रतिपक्ष के काम तो करवाता नहीं है। पुरानी बजट घोषणा के भी काम पूरे नहीं हुए। इस बार भी कम बजट दिया है। इस बार वार्ड में हम हमारे दम से ही विकास कार्य करवाने की कोशिश करेंगे। उधर, दक्षिण निगम के पार्षद 55 लाख से अपने वार्ड की सूरत बदलेंगे, हम 30 लाख में ही संतोष करेंगे।
- लक्ष्मीनारायण सोलंकी, नेता प्रतिपक्ष, निगम उत्तर

वार्ड में हालांकि पूर्व में काम हो चुके हैं, लेकिन दक्षिण के मुकाबले बजट कम मिला है। इस वर्ष बजट के अनुसार वार्ड में कार्य थोड़ा कम होगा, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने जो कार्य हमारे वार्ड में करवाएं हैं, उससे संतोष है।
असलम, पार्षद, कांग्रेस

वार्डों के विकास के बारे में सोचकर बजट देते तो वार्डों की स्थिति सुधरती, लेकिन महापौर ने बजट तैयार करने के दौरान वार्डों के विकास के बारे में सोचा ही नहीं। इसलिए निगम दक्षिण की बजाए उत्तर में पार्षदों को 25 लाख का कम बजट दिया है।
सुरेश जोशी, पार्षद, भाजपा