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किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें, दोहरी मार से मुरझा रहे चेहरे

इन दिनों खेतों में कीड़ों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जो खड़ी फसल को छलनी कर रहे है।

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Outbreak of insects in the fields

किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें, दोहरी मार से मुरझा रहे चेहरे

पूनासर (जोधपुर). मौसम की मार झेल रही फसलों को अब कीड़े निगल रहे हैं। इन दिनों गर्म हवा ने किसानों की लहलहा रही अधपकी फसल को मुरझा दिया है, वहीं किसानों के खेतों में कीड़ों का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जो खड़ी फसल को छलनी कर रहे है। इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है।

मूंगफली, मूंग एवं अरण्डी की फसल में कीटों द्वारा पत्ते खाने से छेद हो रहे है, इससे फसलों के पत्ते पूरी तरह से छलनी हो गए हैं। इस इलाके में अधिकतर मूंगफली, मूंग, मोठ एवं अरण्डी की फसल की बुवाई ही की हुई है।

पटवारियों द्वारा गिरदावरी की जा रही है लेकिन कीटों से नष्ट फसलों का नुकसान नहीं लिखा जा रहा है। क्षेत्र के जैवासर, पूनासर खुर्द, विश्वकर्मा नगर, पीथासर, मुकनासर व पूनासर के किसानों की मांग है कि कीटों से नष्ट फसलों का आकलन कर उचित क्लेम बनाया जाए एवं बीमा कम्पनियों को नुकसान की रिपोर्ट भी भेजी जाए, जिससे बीमित किसानों को बीमा कम्पनी द्वारा लाभ मिल सके।