जोधपुर।
बनाड़ केंट रेलवे स्टेशन के पास जर्मन शेफर्ड के भोंकने व पीछे भागने से डरकर दौड़ने के बाद ट्रेन की चपेट से भाई बहन की मौत के मामले में माता का थान थाना पुलिस ने शनिवार को मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी मकान मालिक का कहना है कि उसने या घरवालों ने जर्मन शेफर्ड श्वान को खोला नहीं था। बंधा होने पर जाली से भोंकने पर स्कूल बच्चे डर गए थे और रेलवे ट्रैक की तरफ भागने से दो जनों की मौत हो गई थी।
थानाधिकारी शिवलाल चौहान ने बताया कि प्रकरण में मूलत: सोलंकिया तला हाल बनाड़ रोड गैस गोदाम क्षेत्र में नारायण नगर निवासी युवराज सिंह 13 पुत्र मदनसिंह और गणेश नगर निवासी अनन्या 11 पुत्री प्रेमसिंह राजपूत की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। युवराज की मां डूंगर कंवर व अनन्या की मां हेमा कंवर ने अपराधिक मानव वध की अलग-अलग एफआइआर दर्ज करवाई थी। इस मामले में बनाड़ रोड पर नीलकण्ठ टाइल्स निवासी मकान व श्वान मालिक ओमप्रकाश 60 पुत्र द्वारकादास राठी को गिरफ्तार किया गया। जमानती अपराध होने से उन्हें थाने में ही जमानत मुचलके पर छोड़ दिया गया।
पूछताछ में आरोपी ओमप्रकाश राठी ने माना कि उसने मकान में जर्मन शेफर्ड पाल रखा था, लेकिन वो मकान के अंदर बंधे हुए थे। स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चे घर जाने के लिए उधर से निकलने तो उन्हें देख जर्मन शेफर्ड भोंकने लग गया था। जिससे बच्चे घबरा गए थे और वे ट्रैक की तरफ भागने लगे थे। तभी वहां मालगाड़ी आ गई थी और ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई थी।
गांव में छाया मातम, नम आंखों से अंतिम संस्कार
उधर, शेरगढ़ तहसील में सोलंकिया तला के देवराजगढ़ गांव में युवराजसिंह के शव का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, अनन्या कंवर का पदमगढ़ गांव में अंतिम संस्कार किया गया। दोनों शवों का शुक्रवार रात महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराया गया था। अल-सुबह परिजन दोनों शव गांव ले गए, जहां गमगीन व नम आंखों से अंतिम संस्कार किया गया।