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Jaswant Sagar Dam: बिलाड़ा। जोधपुरजिले का सबसे बड़ा बांध जसवंत सागर बांध 17 साल बाद छलकने के कगार पर है। बुधवार शाम तक बांध भराव का गेज 25 फीट से ऊपर पहुंच चुका है। अब मात्र डेढ़ फीट पानी की आवक होते ही बांध पर चादर चलने की स्थिति में कैचमेंट क्षेत्र के लूणी नदी के आसपास के 15 से अधिक गांव प्रभावित होने की आशंका देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया है।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने एसडीएम से ग्राम जसवंतपुरा, पिचियाक, बिलाड़ा चक तीन, झुरली, बड़ी खुर्द, रामनगर, भावी, मालकोसनी, बाला, लांबा, कानावासिया, ओलवी, होलपुरा, पड़ासला आदि गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी करने को कहा है। कलक्टर ने चादर चलने के बाद बिलाड़ा क्षेत्र के अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोडने और अपने क्षेत्र में जल भराव की स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए है। 2007 में बांध का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक में प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने जसवंत सागर बांध के भराव को लेकर समीक्षा की। उन्होंने जसवंत सागर पर चादर चलने की स्थिति में प्रभावित गांवों में चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। जल संसाधन विकास विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बांध एवं अन्य एनिकट तालाबों पर नजर बनाए रखने के लिए चार कनिष्ठ अभियंताओं को नियुक्त किया है।
जिला स्तर पर सभी तैयारियां पूरी है। प्राथमिक तौर पर वहां पर सिंचाई विभाग की टीम भेजी गई है।वहां जैसी भी आवश्यकता होगी, इंतजाम कर दिए जाएंगे। - गौरव अग्रवाल, कलक्टर, जोधपुर
जसवंत सागर बांध से चादर चलने के बाद लूनी नदी का प्रवाह लूनी से बालोतरा की ओर बढ़ेगा। डूब क्षेत्र के 10-12 गांवों के लोगों को सावचेत रहने को कहा गया है। - मृदुला शेखावत, एसडीएम बिलाड़ा
Updated on:
12 Sept 2024 12:44 pm
Published on:
12 Sept 2024 12:35 pm
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