
जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भगवान राम का जीवन संघर्ष वाला था। वे सत्य के साथ थे और सत्य की हमेशा जीत होती है। हम भी सत्य के साथ हैं, निश्चित रूप से हमारी भी जीत होगी। गहलोत ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा, ईडी का खौफ लोगों में पैदा किया गया है। पहले लोग ईडी को जानते भी नहीं थे, लेकिन अब तक जिस प्रदेश में चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) होते हैं केंद्र सरकार वहां पर ईडी को भेज देती है। इससे अब लोगों में ईडी का खौफ पैदा हो गया है। प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत की जोधपुर में हुई ताबड़तोड़ चुनावी सभाओं (CM Gehlot Jodhpur Visit) में धर्म, राजनीति और इमोशन का तड़का नजर आया। शब्दों के जादूगर गहलोत ने चुनावी भाषण में कांग्रेसी योजनाओं के जमकर कसीदे पढ़े तो भगवान राम का जिक्र कर भाजपा के सनातनी कार्ड पर जवाबी प्रहार किया।
आपकी इजाजत हो तो मैं राजस्थान संभाल लूंं
सभाओं के दौरान गहलोत ने जनता से कहा, ऐसा पहली बार हुआ है जब कांग्रेस की सूची में मेरा नाम आते ही मैं आप लोगों के पास चला आया। आपकी इजाजत हो तो मैं सरदारपुरा विधानसभा की जिम्मेदारी आप कार्यकर्ताओं और जनता के कंधों पर छोड़कर अन्य विधानसभाओं में प्रचार के लिए जाऊं। राजस्थान संभाल लूं।
यह भी पढ़ें- rajasthan election 2023: राजस्थान में 21 सीटों पर होगी बदले की जंग, यहां देखें उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट
माली समाज की प्रतिभाओं का सम्मान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माली समाज की प्रतिभाओं का किया सम्मान। माली संस्थान जोधपुर के तत्वावधान में सोनीदेवी देवीलाल गहलोत पवेलियन रामबाग परिसर महामंदिर में संभाग स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। गहलोत ने समारोह में समाज के 836 प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
भीड़ को चीरते हुए जीजी से मिलने पहुंचे सीएम
सीएम गहलोत ने रावण का चबूतरा मैदान से निकलते हुए सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास को देखा तो भीड़ को चीरते हुए उनसे मिलने पहुंच गए। दोनों एक-दूसरे से गर्मजोशी से मिले, हाथ दबाया और अभिवादन किया। महज 10 सेकंड की इस मुलाकात में सिर्फ राम-राम हुई, लेकिन यह सियासी गलियारों में चर्चा बन गई। एक दिन पहले ही सीएम गहलोत ने बयान दिया था कि मेरे कारण जीजी को नुकसान उठाना पड़ा। गौरतलब है कि विधायक व्यास का टिकट कटा तो सीएम को लेकर की गई उनकी तारीफ के बयान को इसका कारण बताया गया।
अब सास को बहू से नहीं मांगने पड़ते पैसे...
गहलोत ने मंडोर चौराहे पर हुई नुक्कड़ सभा में भावनात्मक बात करते हुए कहा, सरकार ने वृद्ध पेंशन योजना शुरू की। इसके बाद अब सास को बहू से पैसे नहीं मांगने पड़ते। पहले जब बेटी घर आती थी तो मां सोचती थी कि उसे क्या दूं, लेकिन वृद्ध पेंशन शुरू होने के बाद अब मां अपनी बेटी और नाती को मुट्ठी में बंद करके कुछ देती है।
अब महसूस होता है अंग्रेजी कितनी जरूरी
गहलोत ने कहा, पहले मैं भी अंग्रेजी के खिलाफ था, लेकिन अब महसूस हो रहा है कि अंग्रेजी कितनी जरूरी है। 500 बच्चों को प्रतिवर्ष पढ़ने के लिए विदेश भेज रहे हैं। बच्चों को विदेशी शिक्षा से एक्सपोजर मिलेगा। 30 हजार बच्चों की सरकार कोचिंग कर रही है।
Published on:
25 Oct 2023 09:45 am
बड़ी खबरें
View Allजोधपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
