वीडियो क्रेडिट : दिलावरसिंह राठौड़/बेलवा/जोधपुर. वीर सपूतों की धरा शेरगढ़ के खिरजां खास के शौर्यवीर शहीद प्रभुसिंह राठौड़ का तृतीय शहादत दिवस शुक्रवार को मनाया गया। गौरतलब है कि 22 नवंबर 2016 को जम्मू कश्मीर के माछिल सेक्टर की दुर्गम पहाडिय़ों में दुश्मनों से लोहा लेते हुए मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शेरगढ़ के वीर सपूत प्रभुसिंह राठौड़ खिरजां को शहादत दिवस पर सैंकड़ों ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी। शहादत दिवस पर आयोजित समारोह में राजस्थानी कवि व साहित्यकार मदनसिंह राठौड़ ने शहीद राठौड़ को काव्यांजलि पेश की। उनके स्मारक पर कवि ने शहादत पर नमन किया। शहीद सुरमाओं की सरजमीं शेरगढ के खिरजा खास के अमर शहीद प्रभुसिंह राठौड़ के तीसरे बलिदान दिवस पर उनके शहीद स्मारक पर शहीदों की शौर्यगाथा- “शेरगढ के सूरमा” पुस्तक के लेखक मायड़ भाषा राजस्थानी के व्याख्याता एवं कवि मदनसिंह राठौड़ सोलंकिया तला ने “प्रभू पच्चीसी” से काव्यात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की।कश्मीर के माछिल सेक्टर में 13 राजपूताना राइफ़ल्स के जाँबाज प्रभूसिंह आज ही के दिन 22 नवंबर 2016 को शहीद हो गये थे। वहीं उनके शहादत पर रन फॉर शहादत दौड़ का आयोजन किया गया। जिसमें शेरगढ़ के सैंकड़ों युवाओं ने भाग लिया।