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‘मारवाड़ की स्वाधीनता के पोषक हैं वीरवर राव चन्द्रसेन’

राव चन्द्रसेन की 483वीं जयंती पर पर व्याख्यान

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जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के राव चन्द्रसेन शोध पीठ और महरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से आयोजित एक दिवसीय व्याख्यान में वीरवर राव चन्द्रसेन के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने कहा कि वीरवर राव चन्द्रसेन मारवाड़ की स्वाधीनता के पोषक हैं।

राव चन्द्रसेन की 483वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद गजसिंह ने की। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि कला संकाय अधिष्ठाता प्रो. मंगलाराम और मुख्य वक्ता प्रो. जहूर खां मेहर थे। मुख्य वक्ता प्रो. जहूर खां मेहर ने राव चन्द्रसेन के बारे में बताया। गजसिंह ने राव चन्द्रसेन के योगदान को शोधपीठ के माध्यम से उजागर करने बल दिया। प्रो. मंगलाराम ने राव चन्द्रसेन के गीतों व छंदों के माध्यम से उनके संघर्ष पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो. सुशीला शक्तावत, डाॅ. महेन्द्रसिंह तंवर, डाॅ. ललित कुमार पंवार सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, छात्र व अन्य अतिथि उपिस्थत थे।