जोधपुर . जोधपुर विकास प्राधिकरण अपने ठेकेदारों का भुगतान नहीं कर रहा। करीब ७५ ठेकेदार पांच साल पहले करवाए गए कार्यों के भुगतान के लिए बाट जोह रहे हैं। ठेकेदारों का कहना हैं कि उन्हें पिछले चार वर्ष से भुगतान नहीं मिल रहा है। इस बार होली पर भुगतान की आस थी, लेकिन वह भी पूरी नहीं हुई। उनका कहना है कि पिछले चार वर्ष से लगातार भुगतान की मांग कर रहे है, लेकिन जेडीए कभी पैसा नहीं होने तो कभी फाइल एसीबी में होने का बहाना बना रहा है।
३०० फाइलें अटकी, नहीं लौटा रहे सिक्योरिटी राशि
ठेकेदारों के अनुसार विभाग में ७५ ठेकेदारों की करीब ३०० फाइलें अटकी हुई हंै। यहां तक कि उनके द्वारा किए गए कार्य का गारंटी पीरियड तक खत्म हो चुका है, बावजूद इसके उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा। ठेकेदारों का आरोप है कि जेडीए खास लोगों को ही भुगतान कर रहा है। कोई ठेकेदार भुगतान की मांग करता है तो उसकी फाइल या तो गायब कर दी जाती है या एसीबी में भेज दी जाती है।
नहीं दिया जवाब
पत्रिका ने इस मुद्दे पर जेडीए अधिकारियों से बात की तो उन्होंने मात्र औपचारिकता निभा कर यह कहा कि भुगतान हो जाएगा, लेकिन किसी ने भी आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी।
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इनका कहना है
विभाग में ठेकेदारों का पक्ष कोई नहीं सुन रहा है। ठेकेदार रोड पर हैं। पिछले चार वर्ष से त्येहार कंगाली में निकल रहे हैं। इस बार भी होली पर उम्मीद जगी कि जेडीए के पास पैसा आया है तो जेडीए भुगतान करेगा, लेकिन जेडीए के चेयरमैन और अधिकारी सिर्फ खास लोगों पर ही मेहरबान हैं।
रविंद्रसिंह परिहार, कार्यकारी अध्यक्ष, जोधपुर विकास प्राधिकरण ठेकेदार संघ
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