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RAIN– पानी उतरा, तो सामने आए जख्म… अपने घरों से बाहर रह रहे लोगों ने घरों में देखा नुकसान का मंजर

- बारिश के दिनों में सबसे ज्यादा दिनों तक जलमग्न रही खरबूजा बावड़ी क्षेत्र में उतरने लगा पानी  

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जोधपुर

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Amit Dave

Sep 11, 2022

RAIN-- पानी उतरा, तो सामने आए जख्म... अपने घरों से बाहर रह रहे लोगों ने घरों में देखा नुकसान का मंजर

RAIN-- पानी उतरा, तो सामने आए जख्म... अपने घरों से बाहर रह रहे लोगों ने घरों में देखा नुकसान का मंजर

जोधपुर।
शहर में पिछले माह आई मूसलाधार बारिश के बाद सबसे ज्यादा दिनों तक जलमग्न रही बस्ती खरबूजा बावड़ी क्षेत्र में अब पानी उतरने लगा है। पानी उतरा तो क्षेत्रवासियों के सामने जलभराव के जख्म सामने आ गए। बस्ती के जलमग्न होने से घर छोड़ बाहर रह रहे लोगों ने अपने घरों की ओर से रुख किया तो उनको अपने घरों में हुए नुकसान का मंजर दिखा। जहां लोगों को लाखों रुपयों का नुकसान नजर आया।

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25-30 मकानों में ज्यादा नुकसान

24 अगस्त तक चली बारिश से खरबूजा बावड़ी जलमग्न हो गई। अब करीब 16 दिनों से बारिश नहीं हो रही। पानी उतरने लगा है। ऐसे में, इससे हर घर प्रभावित हुआ है लेकिन क्षेत्र के 25-30 मकानों में ज्यादा नुकसान हुआ है। लोगों के घरों में टीवी, फि्रज, कूलर, वॉशिंग मशीन, कम्प्यूटर-लेपटॉप, पलंग-दीवान, दरवाजें, बच्चों की साइकिलों आदि को नुकसान हुआ है, जो पूरी तरह नष्ट हो गए है। इनके अलावा दीवारों में सीलन भी बनी हुई है।
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घरों के बाहर कीचड़ जमा
प्रशासन की ओर से जलमग्न हुई बस्ती से जल निकालने के लिए पम्प लगाकर पानी निकाला जा रहा है। अब लोगों के बाहर सड़क पर कीचड़ जमा है, जिसे नगर निगम की ओर से साफ किया जा रहा है।

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स्थाई समाधान हो

क्षेत्रवासियों का कहना है कि हर साल बरसात के समय ऐसी िस्थति हो जाती है। इस बार तो बारिश नहीं, जल तांडव था, जो बर्बादी लेकर आया और काफी नुकसान पहुंचाया। यहां तक लोगों को अपने घरों से पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। सरकार व प्रशासन को जलनिकासी के लिए स्थाई प्रबन्ध करने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हालात नहीं हो।
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हमारे मकान में ज्यादा नुकसान हुआ है। टीवी, फि्रज, वॉशिंग मशीन, कूलर, कम्प्यूटर व अन्य मशीनें पूरी तरह से नष्ट हो गई है। इनके अलावा भी काफी नुकसान हुआ है।
अक्षय दवे, क्षेत्रवासी

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ट्रेक्टर, कृषि यंत्र, पशु आहार, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक आइटम खड़ी फसल आदि खराब हुई है। इसकी कीमत लगभग दो से ढाई लाख रुपए हैं।

माधुसिंह सोलंकी, क्षेत्रवासी
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