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Weather Alert: बेहिसाब बारिश बेरहम बाढ़… लोग कंधे पर बाइक उठाकर पार कर रहे नाला, 15 दिन बाद भी नहीं रुकी बारिश

Kanker Weather News Alert: आमाबेड़ा से नारायणपुर को जोड़ने वाली सड़क लगभग ढाई तीन साल पूर्व बन चुकी है परन्तु रास्ते में पड़ने वाले कोटकोडो़ नाला, खुर्सई नाला में अब तक पुल पुलिया नहीं बनाया गया है।

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Kanker Weather News: बीते एक सप्ताह से क्षेत्र में हो रही बारिश होने के चलते क्षेत्र के कई नदी नाले उफान पर हैं। आमाबेड़ा तहसील अंतर्गत 23 पंचायतों में से सात पंचायत के लोगों का तहसील, ब्लाक एवं जिला मुख्यालय से सपर्क टूट चुका है। आमाबेड़ा से नारायणपुर को जोड़ने वाली सड़क लगभग ढाई तीन साल पूर्व बन चुकी है परन्तु रास्ते में पड़ने वाले कोटकोडो़ नाला, खुर्सई नाला में अब तक पुल पुलिया नहीं बनाया गया है।

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लकड़ी का रपटा बना कर लोग नाला पार करते थे लेकिन लगातार बारिश के चलते दोनों नालों के रपटे बह चुके हैं। जिसके चलते ग्राम पंचायत मातला ब, आलानार, बंडापाल, करमरी, देवगांव, गवाडी आदि पंचायतों का तहसील, ब्लाक एवं जिला मुयालय से सपर्क टुट चुका है। आवश्यक काम पड़ने एवं सरकारी कार्यों के लिए तहसील ब्लाक एवं जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए कुछ युवक अपनी जान जोखिम में डालकर नदी नाले को पार करते हैं। सायकल, मोटर साइकिल को लकड़ी के सहारे दो चार लोग मिलकर कंधे से उठा कर पार करते हैं।

पुल-पुलिया बनाने की मांग को लेकर कई बार कर चुके आवेदन

ग्रामीण रत्तुराम कावडे़ ने बताया कि इन दोनों कोटकोडो़ एवं कुर्र्सई नाले में पुल बनाए जाने की मांग दो वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत बंडापाल में लगाए गए जनचौपाल एवं आमाबेड़ा में आयोजित जनचौपाल में भी किए थे। इसी मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय में भी आवेदन दिया गया था परन्तु अब तक शासन-प्रशासन द्वारा इन दोनों नालों पर पुल पुलिया बनाए जाने के जिए कोई पहल नहीं की गई। तहसील, ब्लाक एवं जिला मुयालय तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

हमेशा बना रहता है डर

नदी पार कर रहे युवक रत्तुराम कावडे़ एवं दुकलु कावडे ने कहा कि लगातार हो रही बारिश के चलते कोटकोडो नाले पर बने रपटा जिसे स्थानीय लोगों के मदद से बनाया गया था वह बह चुका है। नदी पार करने में काफी परेशानी होती है। इसी तरह दो चार लोग मिलकर सायकल-मोटर साइकिल को लकड़ी के सहारे कंधे पर उठाकर पार करते हैं। हमेशा डर बना रहता है अगर कहीं पैर फिसल गया तो सीधे नाले में बह जाएंगे। बारिश को देखते हुए पढ़ने वाले बच्चों को भी पिछले चार पांच दिनों से स्कूल जाने मना कर दिया है।