scriptइन दोनो आतंकियों के बुलावे पर कानपुर आया था एक्यूआइएस कमांडर हलमंडी, किया था इन शहरों का दौरा | AQIS Commander Halmandi Came to Kanpur on Call of Both The Terrorists | Patrika News

इन दोनो आतंकियों के बुलावे पर कानपुर आया था एक्यूआइएस कमांडर हलमंडी, किया था इन शहरों का दौरा

locationकानपुरPublished: Jul 15, 2021 09:47:15 am

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

-पकड़े गए दोनो आतंकियों के बुलावे पर उमर हलमंडी आया था कानपुर,-दोनो आतंकी साथियों के साथ लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी का किया था दौरा,-दोनो आतंकी पनकी की दो महिलाओं के जरिए तलाश रहे थे मानव बम,

इन दोनो आतंकियों के बुलावे पर कानपुर आया था एक्यूआइएस कमांडर हलमंडी, किया था इन शहरों का दौरा

इन दोनो आतंकियों के बुलावे पर कानपुर आया था एक्यूआइएस कमांडर हलमंडी, किया था इन शहरों का दौरा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. अलकायदा (Al Qaeda Sangthan) के दोनो आतंकियों (Terrorist In Lucknow) के मंसूबों को नाकाम कर एटीएस (Ats Arrest Terrorists) ने गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ में जानकारी की है कि इन दोनो ने अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद के एक्यूआइएस (AQIS) कमांडर उमर हलमंडी को बुलाया था। एटीएस के सूत्रों के मुताबिक उमर हलमंडी पिछले साल लॉकडाउन के दौरान कानपुर आया था। यहां का दौरा करने के बाद मुताबिक लगने पर उसने इन दोनो को यहां आतंक का ताना बाना बुनने का जिम्मा सौंपा था। और फिर कानपुर में संगठन का मजबूत आधार बनाने के लिए निर्देश दिए थे। यहां आने के बाद हलमंडी मसीरुद्दीन और मिनहाज के साथ लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी भी गया था।
हलमंडी मूलरूप से यूपी के संभल जिले का निवासी

उस दौरान कानपुर में तीन दिन रुका था। हलमंडी के निर्देश के बाद से दोनो आतंकियों ने शहर की जानकारियां जुटाना शुरू किया और संगठन से लोगों को जोड़ने की तैयारी शुरू की। जानकारी यह भी मिली कि पिछले दिनों कानपुर आकर मिनहाज ने ऐसे सिमकार्ड का इस्तेमाल किया, जिसको सुरक्षा एजेंसियों ने सर्विलांस पर लगा रखा था। जैसे ही बातचीत करने के लिए वह सिमकार्ड एक्टिव हुआ तो दोनों को लखनऊ में दबोच लिया गया। एक्यूआइएस कमांडर उमर हलमंडी मूलतः यूपी के संभल जिले का रहने वाला है, लेकिन उसका अधिकांश समय पाकिस्तान व अफगानिस्तान बार्डर पर व्यतीत होता है। हलमंडी का वास्तविक नाम सैयद अख्तर है।
करीब 23 साल पहले हलमंडी ने छोड़ दिया था देश

बताया जा रहा है कि करीब 23 साल पहलेे हलमंडी ने देश छोड़ दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान में ही रहकर आतंकी गतिविधियों में लिप्त है। काफी शातिर होने की वजह से वह अलकायदा कमांडर अल जवाहिरी का बहुत खास है। पूछताछ में एक खास बात सामने आई कि इनके गिरोह में स्लम एरिया की रहने वाली पनकी की तीन महिलाएं भी हैं। जिनके द्वारा दोनों आतंकी मानव बम के इंतजाम में लगे थे। इन महिलाओं की आतंकियों से फोन पर बात होते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने भी सुना है। दोनो ओर से कोडिंग में बात होती थीं, जिससे उनके मंसूबे समझना मुश्किल था। लखनऊ में आतंकियों के गिरफ्तार होते ही महिलाएं भी गायब हो गई हैं।
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