मृतका के भाई ने बिठूर थाने लिखवाया था मुकदमा दरअसल मृतका के भाई अनिल ने पुलिस को बताया कि शशी का उसके पति संतोष से आठ सालों से विवाद चल रहा है। इसके चलते तीन साल से शशी बिठूर थाना क्षेत्र स्थिति मकसूदाबाद में रह रही थी। उसके दो बेटे ननिहाल सिंहपुर थाना शिवली कानपुर देहात में रहते हैं। वहीं शशी का मंझला बेटा पिता संतोष के साथ औरैया में रहता है। बीते शनिवार को शशी गौतम का खून से सना हुआ शव छत पर मिला था। शशी की गोली मार कर हत्या की गई थी। डीसीपी संजीव त्यागी ने बताया कि शशी नाम की महिला की गोली मारकर हत्या की गई थी। मामले में मृतका के भाई अनिल ने बिठूर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
दस्यु सुंदरी सीमा यादव को दी थी सुपारी जिसके बाद स्वॉट टीम और बिठूर पुलिस ने जांच शुरू की थी। जिसमें सामने आया कि 2008 से महिला के कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र के सिंहपुर गांव निवासी महेश शर्मा नाम के शख्स से अवैध संबंध थे। डीसीपी ने बताया कि शशी के मकसूदाबाद मकान में महेश शर्मा ने आर्थिक मदद की थी। मगर शशी लगातार महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर उसका आर्थिक शोषण कर रही थी। तंग आकर महेश ने अपने बेटे अमित के साथ मिलकर शशी के हत्या की योजना बनाई। फिर शशी की हत्या के लिए दस्यु सुंदरी सीमा यादव को 50000 रुपए की सुपारी दी थी।
शशी हत्या के लिए सीमा यादव ने भेजे थे तीन शूटर शशी की हत्या करने के लिए दस्यु सुंदरी सीमा यादव ने अपने तीन शूटरों अनुज, सत्यम शर्मा, अमर यादव को दस-दस हजार रुपए और तमंचा देकर भेजा था। इसके बाद सीमा यादव के तीनों शूटर शुक्रवार आधी रात बाइक से शशी के घर पहुंचे थे। वही छत पर सोते वक्त शशी की गोली मारकर हत्या कर फरार हो गए थे। पुलिस ने सीमा यादव, महेश शर्मा, अमित शर्मा, अमर यादव, अनुराग यादव, सत्यम शर्मा को जेल भेजा है।