इन तीनों को शासन के आदेश पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। शेष 37 पुलिस कर्मियों पर आईजी और डीआईजी कार्रवाई करेंगे। एडीजी जय नारायण सिंह ने बताया कि शासन की तरफ से पूर्व एसपी ग्रामीण, पूर्व सीओ कैंट और वर्तमान सीओ एलआईयू को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जा चुकी है। अब इन तीनों को डीआईजी की तरफ से नोटिस दी जाएगी। डीआईजी डा. प्रीतिन्दर सिंह ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर जो आरोप लगे हैं, उसी के आधार पर उन्हें नोटिस दी जाएगी। सभी को नोटिस का जवाब देना होगा। इसके अतिरिक्त राजपत्रित अधिकारी द्वारा दिए गए जवाब की रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाएगी। वहीं बाकी पुलिस अफसरों के जवाब के आधार पर यहीं कार्रवाई होगी।
दोषी पाए गए थानेदारों में जेल जा चुके पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी, पूर्व रूरा थानेदार धर्मवीर सिंह, पूर्व नजीराबाद थानेदार जितेंद्र पाल, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, तत्कालीन थाना प्रभारी शिवली दीवान गिरि व सूबेदार सिंह, लखनऊ कृष्णा नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय, बजरिया एसओ राममूर्ति यादव, पूर्व बजरिया इंस्पेक्टर मोहम्मद इब्राहिम, एसके वर्मा, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, राधेश्याम यादव, संजय सिंह, सतीश चंद्र, राकेश कुमार, लालमणि सिंह, बृजकिशोर मिश्र, मुकेश कुमार, पूर्व शिवली थानेदार राकेश कुमार श्रीवास्तव सम्मिलित हैं।