कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में आठ साल के नेत्रहीन मासूम की जान चली गई। घटना दिलीपपुर गांव की है, जहां खेलते-खेलते मासूम आशीष घर में बने चार फीट गहरे सीवर टैंक में जा गिरा। परिजनों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
दिलीपपुर गांव निवासी लोकनाथ का परिवार पत्नी सुशीला, दो बेटियों रागिनी और परी, और बेटे आशीष के साथ रहता है। आशीष जन्म से ही नेत्रहीन था। लोकनाथ ने घर के बाहर जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण खुद ही तीन फीट चौड़ा और चार फीट गहरा सीवर टैंक बनवाया था। शुक्रवार की शाम वह टैंक से पानी निकाल रहे थे। तभी उनकी पत्नी सुशीला ने उनसे सब्जी लाने को कहा और खुद पानी निकालने लगीं।
इसी बीच सुशीला भी कुछ देर के लिए पास की दुकान पर सामान लेने चली गईं और बच्चों को आपस में खेलने के लिए छोड़ गईं। थोड़ी देर बाद जब लोकनाथ सब्जी लेकर घर लौटे, तो बेटी रागिनी ने बताया कि आशीष टैंक में गिर गया है। यह सुनते ही उनके होश उड़ गए। लोकनाथ तुरंत टैंक में उतरे और बेटे को बाहर निकालकर स्थानीय सीएचसी पहुंचे। हालत गंभीर होने पर उसे हैलट अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन शनिवार देर रात इलाज के दौरान आशीष ने दम तोड़ दिया।
परिवार का इकलौता बेटा खो जाने से घर में मातम पसरा है। हर कोई गहरे सदमे में है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट ने बताया कि आवश्यक कार्रवाई की जा चुकी है। इस हादसे ने इलाके में गहरी संवेदना और चिंता की लहर दौड़ा दी है।
Published on:
06 Jul 2025 07:25 pm