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पब्लिक की शिकायत हो या मुसीबत, 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे यूपी के सीएम

सरकार जल्द ही सीएम हेल्पलाइन नंबर जारी करने जा रही है, जो एक साथ पांच सौ लोगों की बात सीधे सीएम तक पहुंचाएगी।  

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MP BOARD HELPLINE NUMBER LATEST NEWS

विनोद निगम
कानपुर. उत्तर प्रदेश की जनता के लिए एक नवबंर 2017 में बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। मुसीबत में फंसे या समस्या से पीडि़त व्यक्ति की एक कॉल पर सीएम योगी आदित्यनाथ उनके साथ होंगे और तत्काल हर संभव मदद मुहैया कराएंगे। सरकार जल्द ही सीएम हेल्पलाइन नंबर जारी करने जा रही है, जो एक साथ पांच सौ लोगों की बात सीधे सीएम तक पहुंचाएगी। फायर, एंबुलेंस, पुलिस के इमरजेंसी नंबर्स को भी सीएम हेल्पलाइन से अटैच कर दिया जाएगा। यानी हर इमरजेंसी कॉल पर सीधे सीएम की नजर रहेगी। जिसकी वजह से संबंधित विभाग के अधिकारी टाल- मटोल नहीं कर सकेंगे। उन्हें हर हाल में पीडि़त को तत्काल मदद करनी होगी।
नवंबर में जारी होगा हेल्पलाइन नंबर
सीएम योगी के आदेश के बाद भी सरकारी बाबू आम पब्लिक की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे, वहीं मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए अनेक सेवाएं समय पर नहीं पहुंचतीं। इन सब पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार एक हेल्पलाइन नंबर की शुरूआत एक नवबंर 2017 से करने जा रही है। इसके जरिए कॉल करने वाले व्यक्ति की समस्या जहां जिले के अफसर जान सकेंगे, वहीं राजधानी में बैठे सीएम योगी आदित्यनाथ भी पूरे प्रकरण पर नजर रखेंगे। समय पर मदद नहीं पहुंचाए जाने पर उपरोक्त अफसर के खिलाफ सीधे सीएम कार्यवाई करेंगे। भाजपा नगर अध्यक्ष सूरेंद्र मैथानी ने बताया कि तहसील दिवस के दौरान आने वाले फरियादियों को समय से न्याय नहीं मिलता। इसके अलावा सड़क हादसा या अन्य वारदात की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस-प्रशासन के अफसर समय से नहीं पहुंचते। इसी के चलते योगी सरकार ये हेल्पलाइन नंबर जारी करने जा रही है।
पीडि़त को फौरन मिलेगी मदद
एसपी साउथ अशोक वर्मा ने बताया इमरजेंसी नंबर्स कई बार बिजी होने के चलते कई बार पीडि़त को समय पर हेल्प मुहैया नहीं कराई जा पाती। कई बार नंबर अटेंड करने में भी लापरवाही बरती जाती है। संबधित कर्मचारी भी टालमटोल करते हैं। सीएम हेल्पलाइन चालू होने के बाद ऐसा नहीं हो सकेगा। पीडि़त को फौरन मदद दी जाएगी। सिटी से इस संबंध में सभी डाटा कलेक्ट कर मुख्यालय भेजा जा रहा है। एसपी के मुताबिक ये अच्छी पहल है, जिसके जरिए जिला पुलिस-प्रशासन के साथ ही सीएम भी फरियादियों को मदद पहुंच रही है कि नहीं जान सकेंगे। इसके जरिए लापरवाह कर्मचारियों पर नजर भी रखी जा सकेगी। एसपी के मुताबिक सीएम हेल्प लाइन सेंटर में शुरुआती तौर पर 500 टेलीकॉलर्स की व्यवस्था की जाएगी, जिन पर एक साथ कॉल अटेंड कर हेल्प मुहैया कराई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि आगे चल कर इन सीट्स की संख्या 1000 तक बढ़ाए जाने पर भी विचार किया जा सकता है।
सीएम हेल्प लाइन टेलीकॉलर से होगी बात
एसपी साउथ अशोक वर्मा ने बताया कि सीएम हेल्प लाइन के माध्यम से अब तक चल रहे सभी इमरजेंसी नंबर जैसे 100, 102, 108 व 1090 को अटैच कर दिया जाएगा। इसके तहत किसी भी नंबर पर कॉल करने पर सीधे सीएम हेल्प लाइन टेलीकॉलर से बात होगी, जो जरूरत के हिसाब से उस कॉल को संबंधित हेल्पलाइन पर ट्रांसफर कर देगा। यदि इस बीच वो हेल्पलाइन बिजी हुई तो कॉल को उस डिस्ट्रिक्ट के डीएम, एसएसपी या किसी अन्य जिम्मेदार अफसर को ट्रांसफर कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन को लांच करने की तैयारियां जोरों से की जा रही हैं। इसके लिए टोल फ्री नंबर, वेब पोर्टल, लेटर के साथ ही मोबाइल ऐप भी लांच किया जा रहा है। यदि इमरजेंसी न हो तो भी कम्प्लेन सीएम हेल्पलाइन पर इन सभी माध्यमों से दर्ज कराई जा सकेगी। इसके लिए गवर्नमेंट एजेंसी को हायर कर रही है।