
ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में यह खाएंगे तो कोरोना का खतरा नहीं
कानपुर। कोरोना वायरस जैसी महामारी का अब तक कोई ठोस इलाज नहीं तलाशा जा सका है, फिर भी देश में इससे लडक़र स्वस्थ होने वालों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इसके पीछे लोगों की प्रतिरोधक क्षमता काम कर रही है। इसी वजह से शहर के लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की होड़ मची हुई है। इसके लिए लोग आयुर्वेद का सहारा ले रहे हैं और पिछले दो महीने में ४५० करोड़ रुपए आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चीजों पर खर्च कर दिए हैं। यह जरूरी नहीं कि महंगी चीजों के सेवन से ही प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाए, बल्कि रोजमर्रा के खानपान में भी मामूली बदलाव कर इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है।
ये सब्जियां शरीर में पूरी करेंगी हर कमी
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के शाक-भाजी अनुभाग के प्रोफेसर डॉ. संजीव सचान का दावा है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए किसी विशेष फल या दवाई का सेवन करने से अच्छा है कि सब्जी खाने के तरीके में बदलाव करें। मतलब, दिन में तीन बार खाना खाते हैं। ऐसे में पहली बार पत्ती वाली सब्जी, दूसरी बार फली वाली सब्जी व तीसरी बार जड़ वाली सब्जी का सेवन करें। इससे शरीर को कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, प्रोटीन, वसा, फाइबर, खनिज-लवण समेत सभी जरूरी न्यूट्रिएट मिल जाएगा।
सब्जी से पूरी होगी हर न्यूट्रिएंट की कमी
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए न्यूट्रिएंट जरूरी है। पर्याप्त मात्रा में सब्जी का सेवन किया जाए तो किसी अन्य न्यूट्रिएंट की जरूरत नहीं होगी। डॉ. सचान ने कहा कि देश में ऐसी सभी सब्जियां होती हैं, जो हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं। हर सब्जी में अलग गुण होते हैं। किसी में फाइबर अधिक होता है तो किसी में कार्बोहाइड्रेट। इसलिए सब्जी खाने के तरीके को बदल कर हम अपनी सभी न्यूट्रिएंट प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए फलीदार (मटर, लोबिया, कुर्थी, सहजन), पत्तीवाली (पालक, मेथी, बथुआ, चौलाई, चना, सरसो) व जड़ वाली या मिट्टी के अंदर से निकलने वाली (आलू, मूली, गाजर, शलगम, सूरन, अरबी) सब्जियां खाना चाहिए।
Published on:
28 May 2020 11:46 am
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