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चुनाव के वक्त टूट सकती है सपा-बसपा, शिवपाल के साथ आएंगे कई कद्दावर नेता

अखिलेश यादव से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर चुके शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव के लिए जुट गए हैं...

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Many SP BSP leader may join Shivpal Singh Samajwadi Secular Morcha

चुनाव के वक्त टूट सकती है सपा-बसपा, शिवपाल के साथ आएंगे कई कद्दावर नेता

कानपुर. विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच साइकिल को लेकर शुरू हुआ घमसान दो साल बीत जाने के बाद भी जारी है। पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाकर पूर्व मंत्री ने सपा से नाता तोड़कर सेक्युलर मोर्चा बना लिया। जिसके चलते आगामी लोकसभा चुनाव में शिवपाल महागठबंधन को जबरदस्त नुकसान पहुंचा सकते हैं। जानकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव को लेकर पिछले पांच सालों से जमीन तैयार कर रहे दावेदारों के टिकट कटने के बाद वो बीजेपी के बजाए सेक्युलर मोर्चे में शामिल हो सकते हैं और शिवपाल उन्हें टिकट देकर अखिलेश व मायावती का खेल बिगाड़ देंगे।

एक्शन में फैन्स एसोसिएशन

अखिलेश यादव से दो-दो हाथ करने का ऐलान कर चुके शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव के लिए जुट गए हैं। वो अपने पुराने सपाईयों को सेक्युलर मोर्चे में शामिल कराने के लिए शिवपाल फैन्स एसोसिएशएन के पदाधिकारियों को लगाया हुआ है। एसोसिएशन पिछले दो साल से यूपी में अपनी जड़े मजबूत करने के लिए जुटा रहा। शिवपाल फैन्स एसोसिएशन के सदस्यों की संख्या करीब एक लाख से ऊपर पहुंच गई है और सूबे के 60 जिलों में पदाधिरियों की फौज वार्ड, ब्लॉक, मोहल्ले और बूथों में कार्यकर्ताओं को नियुक्त कर रही है। इसके साथ ही प्रदेश को तीन जोन में बांटकर प्रभारी नियुक्त कर दिए गए हैं। समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद शिवपाल सिंह यादव के पुत्र और प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरेशन के अध्यक्ष आदित्य सिंह यादव एसोसिएशन की बागडोर संभाली हुई है।

तीन जोनों में प्रभारी नियुक्त

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आशीष चौबे ने बताया कि प्रदेश को पूर्वी, मध्य और पश्चिमी जोन में बांटा गया है। पश्चिमी जोन बड़ा होने के कारण तीन प्रभारी बनाए गए हैं। मध्य जोन का प्रभारी शिवमोहन सिंह चंदेल को बनाया गया है। पूर्वी जोन का प्रभारी दीपू त्रिपाठी और पश्चिमी जोन का प्रभारी अमन यदुवंशी, पियूष चौहान और सुनील को बनाया गया है। इसके साथ ही एसोसिएशन ने प्रत्येक जिला इकाई को कार्ययोजना बता दी है। इकाइयों से जनता के बीच जाकर विभिन्न समस्याओं को लेकर और युवाओं को जोड़ने को कहा गया है। चौबे ने बताया कि बुंदेलखं डमें शिवपाल फैन्स एसोसिएशन जल्द ही बसपा के पूर्व बड़े नेताओं को शामिल करेगा। इसके लिए शिवमोहन सिंह चंदेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हमारे नेता शिवपाल यादव जल्द ही कानपुर, बुंदेलखंड और इटावा बेल्ट में रैली कर अखिलेश यादव से दुखी सपाईयों को सेक्युलर मोर्चे में शामिल करेंगे।

75 जिलाध्यक्षों की होगी नियुक्ति

सपा से नाता तोड़कर समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनाने वाले शिवपाल यादव ने अपने 9 प्रवक्ताओं की लिस्ट जारी कर दी है। उन्होंने अखिलेश सरकार के मंत्रिमंडल में रहे दो बड़े चेहरों को जगह दी है। इसमें शादाब फातिमा और शारदा प्रताप शुक्ल का नाम शामिल है। इसके अलावा दीपक मिश्रा, नवाब अली अकबर, सुधीर सिंह, प्रो. दिलीप यादव, अभिषेक सिंह आशू, मोहम्मद फरहत रईस खान, और अरविंद यादव को प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया गया है। अभिषेक सिंह और प्रोफेसर दिलीप यादव कानपुर व इटावा में मोर्चे के लिए कार्य करेंगे। शिवपाल यादव ने मीडिया को बतजाया कि जल्द ही प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि वे समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के साथ आगे बढ़ेंगे. लंबे इंतजार के बाद यह कदम उठाया। अब कदम पीछे नहीं खीचेंगे। प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीट पर 2019 के चुनाव में उतरने का ऐलान किया है।

सपा-बसपा के दावेदारों पर नजर

शिवपाल यादव और उनके नेताओं की नजर अब लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले सपा-बसपा के सीट बंटवारे पर लग गई है। खुद शिवपाल खेमा जानता है कि पांच साल पहले मुलायम सिंह यादव ने प्रदेश की 80 में से ज्यादातर सीटों में दावेदारों को प्रभारी बना दिया था और वो पिछले पांच सालों से अपनी सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं। गंठबंधन के बाद करीब 60 से 65 दावेदारों के टिकट कटने तय हैं। ऐसे में वो सभी शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं। शिवपाल यादव भी उन्हें टिकट देकर चुनाव के मैदान में उतार कर भजीते का खेल बिगाड़ सकते हैं। यही हाल बसपा का भी है। सभी लोकसभा सीटों में दावेदार टिकट को लेकर एड़ी चोटी का जोर लगाए हैं और गठबंधन के बाद इतने ही दावेदारों के टिकट कटनें तय हैं और वो भी बीजेपी के बजाए सेक्युलर मोर्चे के साथ खड़े नजर आएंगे।